Amarnath Yatra 1 जुलाई से शुरू होने वाली है। अमरनाथ तीर्थयात्रा को लेकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं। यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की गई।


जम्मू  (पीटीआई)। अमरनाथ तीर्थयात्रा 1 जुलाई से शुरू होने वाली है। ऐसे में दक्षिण कश्मीर हिमालय में आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए किए जा रहे इंतजामों को लेकर साेमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की गई। अधिकारियों की मानें तो 3,880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा मंदिर के लिए जाने के लिए यात्री दो मार्गों से जाएंगे। इसमें एक रास्ता अनंतनाग के पहलगाम से है और दूसरा  गंदेरबाल जिले के बालटाल मार्ग से है। यात्रा की शुरुआत से पहले अमरनाथ यात्री बालटाल और पहलगाम बेस कैंप पहुंचेंगे। तीर्थयात्रियों के लिए आवास के बारे में अवगत कराया


यात्रा को लेकर बैठक प्रमुख सचिव गृह शालीन काबरा की अध्यक्षता में हुई। इसमें डिवीजन कमिश्नर जम्मू संजीव वर्मा, आईजीपी एम के सिन्हा, आईजी ट्रैफिक आलोक कुमार, आईजी सीआरपीएफ ए वी चौहान और अन्य पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया। इस दाैरान बैठक में अमरनाथ यात्रा के लिए उपलब्ध कराई गई एसआरटीसी के बसों की संख्या, कठुआ, सांबा, जम्मू, उधमपुर और रामबन जिलों में बनाए गए पड़ाव स्थलों, लंगर, आश्रय शेड व तीर्थयात्रियों के लिए आवास आदि के बारे में अवगत कराया। तीर्थयात्रियों के लिए बनी ट्रैफिक योजना की जानकारी

वहीं बैठक में आईजी ट्रैफिक ने राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति और तीर्थयात्रियों के लिए बनाई जा रही ट्रैफिक योजना की पूरी जानकारी दी। अमरनाथ यात्रा के लिए की जा रही तैयारियों के दाैरान कमजोर भूस्खलन बिंदुओं की पहचान की गई है। जिससे उन जगहों को मजबूत किया जा सके। इसके अलावा आईजीपी जम्मू ने यात्रा के लिए लगाए जा रहे सुरक्षा इंतजामों का भी खुलासा किया। इतना ही नहीं अमरनाथ यात्रा मार्ग के सभी रोटरी, पार्क और चौराहों का सौंदर्यीकरण करने पर भी विचार विमर्श हुआ है।

Posted By: Shweta Mishra