उड़ता इलाहाबाद लोगो बनावें

अवैध रूप से आने वाली हेरोइन, चरस और गांजा का बड़ा मार्केट है इलाहाबाद

हर साल आने वाली युवाओं की बड़ी तादात से बढ़ रहा है मार्केट

पुलिस की कार्रवाई भी तोड़ नहीं पा रही है स्मगलरों का हौसला

prakashmani.tripathi@inext.co.in

ALLAHABAD: युवाओं के नशे का आदी होने पर बेस्ड मूवी का हिस्सा वैसे तो सिर्फ पंजाब है। लेकिन, इससे मिलती-जुलती कहानी अपने इलाहाबाद की भी है। यहां पढ़ाने के लिए हर साल आने वाले यूथ के साथ छोटी-मोटी कमाई करने वाले अवैध रूप से नशे का करोबार करने वालों के टारगेट होते हैं। कारोबारी पहले खुद यूथ को नशे का लती बनने के लिए चारा डालते हैं और शिकंजा कसने के बाद उनका इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। इसी से यह धंधा फल-फूल रहा है।

कई स्टेट से आती है ड्रग्स की खेप

सूबे के कई प्रदेशों से जोड़ने वाले शहरों में इलाहाबाद मुख्य शहर है। ऐसे में ड्रग्स के तस्करों के लिए ये शहर काफी फायदेमंद है। शहर में ड्रग्स की सप्लाई करने वाले स्मगलर्स के बीच भी इस शहर में सप्लाई को बराबर बनाए रखने को लेकर काफी सक्रियता देखी जा रही है। हाल में हुए कई बड़े खुलासे के दौरान पता चला कि सिटी में ड्रग्स, विशेष रूप से गांजा की सबसे अधिक सप्लाई उड़ीसा, बिहार, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के रास्ते से की जा रही है। अभी तक जितने भी तस्कर पुलिस या एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं, उनमें से ज्यादातर लोग इन्हीं राज्यों से ड्रग्स का माल लेकर आकर उसे दूसरे शहरों में सप्लाई करते हैं। इलाहाबाद को ड्रग्स सप्लायरों से डिपों के रूप में प्रयोग करना शुरू कर दिया है। सिटी से गांजा व अन्य नशे के सामान जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, भदोही, मिर्जापुर, फतेहपुर, रायबरेली समेत पूर्वाचल के कई जिलों में सप्लाई हो रही है। इन शहरों में भी तेजी से बढ़ रही डिमांड के कारण स्मगलर्स के लिए नई मार्केट के रूप में तैयार हुआ है।

जिले में भी बढ़ रही डिमांड

पिछले कुछ सालों की तुलना में ड्रग्स की डिमांड सिटी में तेजी से बढ़ी है। खासतौर पर युवाओं में ड्रग्स की लत तेजी से बढ़ रही है। इसमें हेरोइन, स्मैक, चरस और गांजा को सेवन करने वाले युवाओं की संख्या अधिक है। नशे के इन कारोबारियों का सबसे सॉफ्ट टारगेट युवा और लेबर क्लास के लोग हैं। जो अपनी दिन भर की कमाई को नशे में खर्च करने में तनिक भी गुरेज नहीं करते। यही कारण है कि नशे के बड़े कारोबारियों के साथ ही शहर के अलग-अलग मोहल्लों और गलियों में भी छोटे कारोबारियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

पांच महीने में दो टन माल बरामद

यूपी पुलिस और एसटीएफ टीम द्वारा नशे के कारोबारियों के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के अन्तर्गत जनवरी से लेकर मई तक में ही बड़ी मात्रा में गांजा, शराब और स्मैक की बरामदगी की गई है। इसमें बड़ी संख्या में नशे के कारोबारी टीम के हत्थे भी चढ़े है। पांच महीनों में एसटीएफ की टीम ने लगभग 2206 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। अभी भी एसटीएफ की कई टीमें नशे के कारोबारियों पर लगाम लगाने के लिए दिन रात जांच में जुटी हैं ताकि नशा कारोबार के सिंडीकेट को खत्म किया जा सके।

एसटीएफ ने पकड़ा

गांजा 2206 किलोग्राम

अफीम 160 ग्राम

हब के रूप में इलाहाबाद को इस्तेमाल करते हैं स्मगलर

आसपास के अलावा पूर्वाचल के कई जिलों में होती है सप्लाई

एटीएफ की स्पेशल युनिट लगाई गई नशा कारोबारियों का नेक्सस तोड़ने में

Posted By: Inextlive