'मुन्नाभाई' सीरीज़ की पिछली फ़िल्म 'लगे रहो मुन्नाभाई' साल 2006 में रिलीज़ हुई थी और तब से लेकर इसकी तीसरी फ़िल्म को लेकर लगातार अटकलें लगाई जाती रहीं लेकिन किसी न किसी वजह से मामला टलता रहा.


पहले फ़िल्म के निर्देशक राजकुमार हीरानी 'थ्री इडियट्स' और फिर 'पीके' फ़िल्मों में व्यस्त हो गए और फिर फ़िल्म के मुख्य कलाकार संजय दत्त को 1993 मुंबई बम ब्लास्ट से जुड़े एक मामले में जेल जाना पड़ा जिससे फ़िल्म खटाई में पड़ गई. लेकिन इस सीरीज़ में सर्किट की भूमिका निभाने वाले अरशद वारसी फ़िल्म को लेकर बड़े आशान्वित हैं.बीबीसी से हुई ख़ास बातचीत में उन्होंने बताया, "सुभाष कपूर फ़िल्म की स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं. जब तक उनकी स्क्रिप्ट पूरी होगी तब तक संजय दत्त भी जेल से बाहर आ जाएंगे. इधर संजू जेल से बाहर आए उधर हमने मुन्नाभाई शुरू की."


सुभाष कपूर ने अरशद वारसी अभिनीत फ़िल्म 'जॉली एलएलबी' का निर्देशन किया था. हालांकि 'मुन्नाभाई एमबीबीएस' और 'लगे रहो मुन्नाभाई' का निर्देशन राजकुमार हीरानी ने किया था लेकिन दूसरी फ़िल्मों में व्यस्त होने की वजह से वह इस सीरीज़ की तीसरी फ़िल्म पर काम नहीं कर पाए तब निर्माता विधु विनोद चोपड़ा ने फ़िल्म की कहानी लिखने की और निर्देशन की ज़िम्मेदारी सुभाष कपूर को सौंपी.'बाहरी लोगों को दिक़्क़त'

अरशद वारसी मानते हैं कि बाहरी लोगों को फ़िल्म इंडस्ट्री में जगह बनाने में ख़ासी मशक्कत करनी पड़ती है. वह मानते हैं कि सितारों के परिवार वालों को अपेक्षाकृत आसानी होती है. उन्होंने कहा, "जब शाहरुख़ ख़ान और अक्षय कुमार वगैरह ने फ़िल्मों में दस्तक दी तो उस वक़्त अभिषेक बच्चन और ऋतिक रोशन जैसे कलाकार छोटे थे. इसलिए शाहरुख़ वगैरह को अपना हुनर दिखाने के लिए खुला मैदान मिल गया. जब मैं फ़िल्मों में आया तो ऋतिक वगैरह बड़े हो चुके थे. इसलिए मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा. अब तो भैया जब तक ये लोग बूढ़े नहीं हो जाते बाहर वालों को बड़ा संघर्ष करना पड़ेगा."अरशद वारसी की आने वाली फ़िल्म है 'डेढ़ इश्क़िया' जो 10 जनवरी को रिलीज़ हो रही है. इसमें उनके अलावा नसीरुद्दीन शाह, माधुरी दीक्षित और हुमा क़ुरैशी की मुख्य भूमिका है. वह कहते हैं, "नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार के साथ काम करने का लुत्फ़ ही कुछ और है. वह बेहद सेक्योर एक्टर हैं. उन्हें पता है कि वह क्या हैं इसलिए बड़े रिलैक्स्ड रहते हैं. मुझे उनका साथ बड़ा पसंद है."'पत्नी ने दिया साथ'

अरशद वारसी ने बताया कि उनके संघर्ष के दिनों में जब 2-3 साल तक उनके पास कोई फ़िल्म नहीं थी, तब उनकी पत्नी मारिया ने उन्हें बड़ा सहयोग दिया. वह बताते हैं, "मारिया के पास नौकरी थी. उन्होंने मुझे भावनात्मक और वित्तीय सहारा दिया. जिस वजह से मैं फिर से वापसी कर पाया." अरशद वारसी ने बताया कि वह अमिताभ बच्चन के बहुत बड़े प्रशंसक हैं. अभिनेत्रियों में वह माधुरी दीक्षित और काजोल को पसंद करते हैं.

Posted By: Kushal Mishra