राम रहीम ही नहीं ये गुरु भी दुष्कर्म के आरोप में भुगत रहे जेल
राम रहीम
डेरा सच्चा सौदा के चीफ गुरुमीत राम रहीम को सीबाआई की अदालत ने एक साध्वी के साथ दुष्कर्म के आरोप में 10 साल की सजा सुनाई है। रामरहीम पर दुष्कर्म के अलावा हत्या और अपहरण के भी केस दर्ज है। 15 साल पहले एक साध्वी ने प्रधानमंत्री सहित मुख्यमंत्री को पत्र के द्वारा अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों से अवगत करया था। जिसके बाद कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेकर सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी थी।
आसाराम
सफेद दाढ़ी 76 साल की उम्र और लोगों को धर्म का ज्ञान देना ये है आसाराम की रील लाइफ रिलय लाइफ का जब सच सामने आया तो हंगामा मच गया। आसाराम को 2013 में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले हिरासत में लिया गया था। आसाराम न्यायिक हिरासत में हैं।
नारायण साईं
नारायण साईं आसाराम का बेटा है। नारायण पर सूरत की एक महिला के दुष्कर्म का अरोप है। जब वो आसाराम के आश्रम में रहती थी उस दौरान उसके साथ वारादात हुई थी। नारायण पर 8 अन्य लड़कियों के साथ शारीरिक शोषण करने का आरोप है।
गंगानन्द थीर्थपथ
गंगानंद थीर्थपथ को कोल्लम में आश्रम है। गंगानन्द पर अरोप है कि पांच साल तक उन्होंने एक लॉ स्टूडेंट का शारीरिक शोषण किया। एक रिपोर्ट में कहा गया कि महिला ने उनका नाजुक अंग काट कर अपना बदला लिया। महिला का परिवार तिरुवंतपुरम में रहता था जहां गंगानन्द जाया करता था।
मेहंदी कासिम
मुंबई कोर्ट ने अप्रैल 2016 में 43 साल के मेहंदी कासिम को सजा सुनाई। मेहंदी पर सात लड़कियों के शारीरिक शोषण का आरोप था। मेहंदी ने एक परिवार की चार लड़कियों को अपने यहां बुलाया जिनके भाई दिमागी रूप से बीमार थे। मेहंदी ने लड़कों के इलाज का झांसा देकर लड़कियों को फसाया।
स्वामी अमृता चैतन्य
स्वामी अमृता चैतन्य का नाम संतोष माधवन है। माधवन पर तीन लड़कियों से दुष्कर्म करने का अरोप है। वो गरीब परिवारों की लड़कियों को मदद के बहाने अपने पास बुलाता था और उनका शारीरिक शोषण किया करता था। 2009 में उसने एक 16 साल की लड़की को अपना शिकार बनाया। माधवन पर दुबई में रहने वाली एक महिला के शारीरिक शोषण्ा का अरोप है।
स्वामी प्रेमानंद
स्वामी प्रेमानंद ने युद्ध के दौरान श्रीलंका को छोड़कर 1984 में तिरुचिरापल्ली में अपना आश्रम की स्थापना कर भारत में रहना शुरु कर दिया। 1994 में आश्रम में रहने वाली एक लड़की गर्भवती हो गई। उसने प्रेमानंद पर दुष्कर्म करने का अरोप लगाया। अगस्त 1997 में प्रेमानंद और उसके 6 साथियों को 13 लड़कियों का शरीरिक शोषण करने की सजा सुनाई गई।
ज्ञानचैतन्या
ज्ञानचैतन्या ने 14 सालों तक जेल में तीन हत्याओं के दोषी होने पर सजा काटी। जेल से रिहा होने के बाद चैतन्या एक ब्रिटिश परिवार से मिला और उसने उस परिवार के लोगों को ये यकीन दिलाया कि उनकी बेटी पूर्व जन्म में उसकी पत्नी थी। इसके बाद चैतन्या ने सालों तक उस महिला का शरीरिका शोषण किया। चैतन्या के पास से भागने के बाद महिला अपने परिवार से मिली। जिसके बाद पुलिस ने फिर से ज्ञानचैतन्या को हिरासत में लिया।