-आईपीडीएस वर्क के बाद बिजली के पोल तो हटा दिये गये पर अभी भी कई जगह खड़े हैं बीएसएनल के पोल

बनारस को तारों के जंजाल से मुक्त करने के लिए केन्द्र सरकार के आईपीडीएस योजना के पहले फेज का काम भले ही पूरा करा लिया गया हो, लेकिन यहां हवा में लटकते तार और बीच राह में खड़े पोल की समस्या अभी भी बनी हुई है। आईपीडीएस वाले एरिया में भारत संचार विभाग द्वारा लगे हुए फाइबर ऑप्टिकल केबल व टेलीफोन पोल बाधक बने हुए हैं। जिसकी वजह से इन एरिया में लगे हेरिटेज लाइट्स की खूबसूरती बिगड़ने के साथ रास्ता भी सकरा हो रहा है।

शहर की सड़कों पर बढ़ती गाडि़यों के लोड के चलते लगने वाले जाम को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सड़क चौड़ीकरण का काम पिछले कई साल से चल रहा है। कहीं भी रोड सकरा न रहे, इसके लिए पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम की ओर से आईपीडीएस क्षेत्र के साथ अन्य सड़कों के बीच में लगे पोल को हटा लिया गया। लेकिन भारत संचार निगम की ओर से उनके पोल हटाने की जहमत तक नहीं उठाई जा रही। हालांकि बीएसएनएल के अधिकारियों का कहना है कि विभाग की ओर से पोल हटाने का काम जारी है, लेकिन कब कहां कितने पोल हटे इसकी जानकारी नहीं है।

नहीं है किसी को फिक्र

बीएसएनएल की उदासीनता के चलते जहां चौड़ी हो चुकी सड़कों पर अब भी टेलिफोन के पोल रोड़ा अटकाए खड़े है, वहीं गलियों और कॉलोनियों में इन पोल्स पर लटके तारों का जंजाल फैला हुआ है। जिसे हटवाने की फिक्र न तो दूर संचार विभाग को सता रही और न ही जिला प्रशासन को है जिसके आदेश पर सड़क चौड़ीकरण का काम कराया गया है। शहर में मलदहिया, सिद्धगिरीबाग, श्रीनगर, लक्सा, गोदौलिया, नई सड़क, सिगरा, भारत माता मंदिर, इंग्ििलशिया लाइन, कैंट स्टेशन जैसे दर्जनों एरिया में टेलिफोन के पोल व तार परेशान किए हुए हैं।

ऐसा नहीं है कि टेलिफोन के तार या पोल हटाए नहीं गए। ज्यादातर एरिया से पोल हटा लिए गए हैं, अभी भी काम चल ही रहा है। जल्द ही बचे पोल हटा दिए जाएंगे।

केपी सिंह, पीआरओ, बीएसएनएल

Posted By: Inextlive