आयुर्वेद चिकित्सालय एंव महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन रविवार को हुआ. इसमें प्रो. एसएन सिंह, निदेशक आयुर्वेद सेवाएं, उत्तर प्रदेश एवं प्रो. सुरेश चंद्र निदेशक, पाठ्यक्रम एवं मूल्यांकन, उत्तर प्रदेश मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. इस मौके पर प्राचार्य प्रोफेसर पीसी सक्सेना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. आयोजन सचिव प्रो. अशोक कुमार सोनकर एवं डॉ. आशुतोष यादव ने अतिथियों को शॉल देकर समान्नित किया. प्रो. एसएन सिंह ने कहा की आयुर्वेद के सभी चिकित्सालय और महाविद्यालय जल्दी ही उच्चीकृत होंगे. साथ ही हर जगह दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. इसके लिए शासन द्वारा प्रदेश में आयुष विश्वविद्यालय बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है, जो जल्द ही मूर्त रूप ले लेगा. प्रो. सुरेशचंद ने कहा की आयुर्वेद के पठन-पाठन के लिए सभी महाविद्यालय और कक्षाओं को आधुनिक सुविधाओं से युक्त किया जाएगा. मीडिया प्रभारी डॉ. अजय कुमार ने बताया की संगोष्ठी में देश के विभिन्न राज्यों से आये विद्वानों ने 70 शोध पत्र पढ़ा. वैज्ञानिक सत्र का संचालन डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. परवेज, डॉ. रामनिहोर तपसी और डॉ. रमेशकान्त दुबे ने किया. जबकि समापन समारोह का संचालन डॉ. केके द्विवेदी ने किया.

Posted By: Vivek Srivastava