-गल्ला, सब्जी, फल मंडी से गायब हो हुए खरीदार

-तीन दिनों तक हुई लगातार बारिश ने व्यापार को पहुंचाया भारी चोट

बाढ़ और बारिश ने करोबार को बेपटरी कर दिया है। त्योहार के सीजन में भी व्यापारी अच्छी कमाई के लिए तरस रहे हैं। हाल में तीन दिनों तक हुई बारिश ने ही 150 करोड़ का नुकसान कर दिया। करीब-करीब हर बिजनेस को करोड़ों की चपत लगी है। इसके बाद सराफा बाजार पूरी तरह से गति नहीं पकड़ सका है। पूर्वाचल की सबसे बड़ी मंडी विशेश्वरगंज में तो बारिश थमने के बाद भी व्यापार उबरने का नाम नहीं ले रहा है। मंडी में जमे कीचड़ और पानी की वजह से यहां कोई आना नहीं पा रहा है। हड़हासराय और दालमंडी में व्यापारियों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।

फंस गया माल

त्योहार को देखते हुए विश्वेश्वरगंज समेत कई गल्ला मंडियों में व्यापारियों को काफी ज्यादा माल मंगा लिया था। बारिश की वजह से दुकान से निकल ही नहीं सका। वहीं पूर्वाचल समेत आसपास के प्रदेशों जहां बनारस की मंडियों का माल जाता है वहां बाढ़ की वजह से ऑर्डर ही नहीं आया। इसके चलते व्यापार काफी प्रभावित हो गया है। हालत ये हो गई है कि पहले भेजे गए माल का पमेंट तक नहीं हो पा रहा है। बड़े से लेकर छोटे व्यापारियों तक का यही हाल है। तीन दिन के बारिश में विशेश्वरगंज मंडी के ज्यादातर व्यापारी दुकानें ही बंद रखे, जो खोले भी रहे उनकी बोहनी तक नहीं हुई।

ड्राई फ्रूट मार्केट ड्राई

ऐसा नहीं है कि सिर्फ किराना

कारोबार ही प्रभावित हुआ। बनारस का ड्राई फूट व मसाला कारोबार भी काफी बड़ा। बारिश का प्रभाव इस पर खूब पड़ा। गोला दीनानाथ समेत अन्य मंडियों से ड्राई फूट की सप्लाई उतनी नहीं हो सकी जितने की उम्मीद थी। हड़हासराय व दालमंडी की भी यही हालत है। यह वो मार्केट है जहां आपको कपड़े से लेकर घर के साज सज्जा व अन्य सभी जरूरी सामाना आसानी से मिल जाते है। बारिश के कारण यहां के व्यापारी भी तीन तक मायूस रहे। इसकी वजह ग्राहकों का न आना था।

फल मंडी भी बर्बाद

बारिश ने फलों और सब्जियों के व्यापार को काफी प्रभावित किया। पहडि़या फल मंडी में व्यापारियों की हालत बहुत ज्यादा खराब हुई। व्यापारियों के अनुसार तीन दिनों तक हुई बारिश के चलते मंडी से फलों और सब्जियों का निकलना ही नहीं होता है.जिसकी वजह से हजारो कुंटल प्याज और सब्जियां और अनार पानी में सड़ गए। कश्मीरी सेव, मौसमी समेत कितने ऐसे फल जिसे आधे दाम पर बेचना पड़ रहा है।

--------वर्जन

बारिश के दौरान व्यापारियों को भारी क्षति हुई हैं। पहडि़या मंडी में पानी भर जाने से आलू, प्याज, सब्जियां और फल सड़ गए। मंडी में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।

-किशन सोनकर, अध्यक्ष-वाराणसी प्रगतिशील सब्जी व्यापार समिति

पहले जीएसटी ने मारा फिर मंदी ने उसके बाद बाढ़ और बारिश ने, इसकी वजह से किराना मंडी में भारी नुकसान हुआ। त्योहार में भी मंडी से खरीदार गायब हैं।

प्रतीक गुप्ता, अध्यक्ष-विशेश्वरगंज-भैरोनाथ व्यापार मंडल

बारिश से व्यापार पूरी तरह से ठप हो चुका है। व्यापारी पहले के लिए हुए माल का पेमेंट तक नहीं कर पा रही है। सर्राफा बाजार और इलेक्ट्रिानिक्स को छोड़ दे तो अभी तक ओवर ऑल 100 करोड़ का नुकासान हुआ है।

अजीत सिंह बग्गा, अध्यक्ष-वाराणसी व्यापार मंडल

Posted By: Inextlive