-दीनदयाल हॉस्पिटल में बने आशा ज्योति केंद्र से पांच माह के अंदर 90 पीडि़त महिलाओं को मिला न्याय

-हर जगह से थक हारकर यहां पहुंच रही महिलाओं की दूर की जा रही है परेशानी

-एफआईआर कराने से लेकर कोर्ट में चल रहे मामले सुलझाने व उपचार की अवेलेबल कराई जा रही सुविधा

VARANASI

न्याय के लिए दर-दर भटकने वाली पीडि़त महिलाओं के लिए रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति केंद्र आशा की किरण बन गया है। हर जगह से थक हार कर आशा ज्योति केंद्र पहुंचने वाली पीडि़त महिलाओं को यहां न्याय मिल रहा है। पं। दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एक छत के नीचे उन्हें हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। एफआईआर कराने से लेकर कोर्ट में चल रहे मामलों को सुलझाने सहित उपचार आदि की फैसिलिटीज भी अवेलेबल कराई जा रही हैं। छह मार्च ख्0क्म् को यूपी के क्क् महानगरों में एक साथ शुरू हुए आशा ज्योति केंद्र के बनारस सेटर में अब तक 89 पीडि़त महिलाओं को न्याय मिल चुका है।

रूम नं। भ्ख्, भ्फ् में चल रहा केंद्र

आशा ज्योति केंद्र में तेजाबी हमले से पीडि़त, रेप-छेड़खानी की विक्टिम, मेंटल डिस्टर्ब सहित हर उम्र की महिलाओं को आवश्यकतानुसार सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। तत्काल परामर्श के लिए परामर्श केंद्र, इमरजेंसी हेल्प के लिए चाइल्ड लाइन, वूमेन पावर लाइन क्8क् नंबर से सुविधा प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा पीडि़त किशोरियों व महिलाओं के केस में तत्काल एफआईआर दर्ज हो इसके लिए पुलिस रिर्पोटिंग चौकी, विधिक सेल की भी सुविधा है। पं। दीनदयाल उपाध्याय डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी वॉर्ड से सटे रूम नंबर भ्ख् और भ्फ् नंबर में यह केंद्र चल रहा है। आठ मार्च को तत्कालीन डीएम राजमणि यादव ने इस केंद्र का शुभारंभ किया था।

आप भी दर्ज करा सकती हैं रिपोर्ट

यदि आप भी किसी परेशानी या दबाव से गुजर रही हैं तो यहां आपकी प्रॉब्लम दूर हो सकती है। यदि छेड़छाड़ की रिपोर्ट किसी थाने में दर्ज नहीं हो रही है तो यहां आपकी रिपोर्ट दर्ज होगी और पूरा न्याय भी मिलेगा। आपके साथ वकील होंगे, महिला पुलिस होगी और चेकअप के लिए डॉक्टर्स की टीम भी होगी। यहां बाकायदा आपकी काउंसलिंग भी की जाएगी। फिलहाल आशा ज्योति केंद्र की टीम बनारस डिस्ट्रिक्ट के अलावा चंदौली, मुगलसराय आदि एरिया में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर विक्टिम को न्याय दिला रही है। क्8क् वूमेन पावर नंबर पर कॉल कर अपनी समस्याएं भी बता सकती हैं।

पांच दिन तक रह सकेंगी विक्टिम

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर शासन गंभीर है। दीनदयाल हॉस्पिटल कैंपस में आशा ज्योति केंद्र की अपनी खुद की बिल्िडग बनाई जा रही है। खास इसमें यह रहेगा कि पांच दिन तक विक्टिम स्टे भी कर सकेंगी। साथ ही कुल ब्ब् स्टाफ इसमें तैनात किये जाएंगे।

यहां हैं आशा ज्योति केंद्र

-वाराणसी

-आगरा

-बरेली

-मेरठ

-नोएडा

-गाजियाबाद

-कानपुर

-कन्नौज

-लखनऊ

-इलाहाबाद

-गोरखपुर

आशा ज्योति केंद्र से अधिक से अधिक पीडि़त महिलाओं को न्याय मिले इस पर अधिक फोकस किया जा रहा है। अब तो पीडि़ताओं के लिए शेल्टर भी बनाया जा रहा है।

अमरेंद्र प्रोत्साहन

जिला प्रोबेशन अधिकारी, वाराणसी

Posted By: Inextlive