राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि राजस्थान विधानसभा के सदस्य आगामी 14 अगस्त से शुरू होने वाले सत्र के दौरान राज्य के विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा करेंगे। उन्होंने राज्य में सुशासन प्रदान करने में विपक्ष से समर्थन की भी उम्मीद की।


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। राजस्थान में पिछले महीने से उठी सियासी उठापटक के बीच कल से विधानसभा-सत्र शुरू होने जा रहा है। इस दाैरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक उम्मीद जताई है। बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि 14 फरवरी से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि सत्र के दौरान हम राज्य में कोरोना वायरस -19 की स्थिति और लॉकडाउन के कारण उसकी वित्तीय स्थितियों पर खुलकर चर्चा कर सकेंगे। उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि सुशासन प्रदान करने में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों का भी समर्थन रहेगा और इससे राज्य के लोगों को नया विश्वास मिलेगा। राज्य सरकार और राजभवन के बीच भी काफी टकराव हुआ था
बता दें कि राजस्थान में बीते एक माह से सियासी संग्राम छिड़ा है। इस दाैरान विधानसभा सत्र बुलाने के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार और राजभवन के बीच भी काफी टकराव हुआ था। राजभवन ने कोरोना वायरस और अन्य नियमों का हवाला देते हुए विधानसभा सत्र बुलाने के सरकार के प्रस्ताव को तीन बार खारिज कर दिया। राज्यपाल ने सरकार से कुछ सवालों के जवाब मांगे थे। हालांकि बाद में कुछ शर्तों के साथ सत्र बुलाने की मंजूरी दी थी। विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजभवन में धरना-प्रदर्शन भी किया था।

Posted By: Shweta Mishra