AGRA। बेबी ताजमहल के नाम से फेमस मॉन्युमेंट एत्माद्उद्दौला की सुन्दरता के भी टूरिस्ट कायल हैं। यही वजह है कि हर रोज बड़ी संख्या में टूरिस्ट इस मॉन्युमेंट को निहारने के लिए आगरा आते हैं। इसी के मद्देनजर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से मॉन्युमेंट को संरक्षित करने को लेकर कार्य शुरू किया जाने का फैसला लिया गया है।

यमुना किनारे स्थित है मॉन्युमेंट

एत्माद्उद्दौला मॉन्युमेंट यमुनापार के यमुना ब्रिज एरिया में स्थित है। यमुना किनारे बने होने की वजह से इस मॉन्युमेंट की सुन्दरता खुद-ब-खुद टूरिस्ट का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम है। इस मॉन्युमेंट की भव्य सुन्दरता को देखते हुए ही इसे बेबी ताज के नाम से भी पुकारते हैं।

संरक्षण के लिए प्रक्रिया शुरू

बेबी ताजमहल के रूप में पहचान बना चुके एत्माद्उद्दौला मॉन्युमेंट को संरक्षित किए जाने को लेकर अधीक्षण पुरातत्वविद् कार्यालय की ओर से फैसला लिया गया है। इसी के चलते इस मॉन्युमेंट के संरक्षण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

यहां भी चल रहा कार्य

एत्माद्उद्दौला में कार्य स्टार्ट होने की टेंडर प्रक्रिया से पहले पुरातत्व सर्वेक्षण कार्यालय की ओर से व‌र्ल्ड हेरिटेज मॉन्युमेंट्स आगरा किला, फतेहपुर सीकरी में भी संरक्षण कार्य चल रहा है। आगरा किला में प्राचीर क्षतिग्रस्त हुई पड़ी थी। इसी को दुरुस्त करने के लिए कार्य शुरू हो चुका है। बताते चलें कि आगरा किले की दीवार के रेड स्टोन जगह-जगह से गिर गए थे। जिसकी वजह से व‌र्ल्ड हेरिटेज मॉन्युमेंट की सूरत काफी प्रभावित हो गई थी। ताजमहल के काफी करीब होने की वजह से ताज के दीदार के बाद हजारों की संख्या में मेहमान इस मॉन्युमेंट को देखने के लिए पहुंचते हैं। अधीक्षण पुरतत्वविद डॉ। भुवन विक्रम के अनुसार किसी भी मॉन्युमेंट को सही सलामत रखने के लिए संरक्षण कार्य बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।

Posted By: Inextlive