- फालोअप

- ज्योति और कोमल को लाने मुंबई पहुंचे थे फैमिली मेंबर्स

- कहा बच्चियों को उनके मां-बाप को ही सौंपेंगे, अब दोनों के पिता मुम्बई रवाना

- अगर पुलिस साथ होती तो न नहीं होती इतनी प्राब्लम

ALLAHABAD: काजल और ज्योति के परिवार की प्राब्लम धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है। दारागंज पुलिस की जरा की लापरवाही के कारण ये नौबत आ गई है। पहले पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की और जब दोनों बच्चियों का पता चल गया तो भी पुलिस ने इस मामले से खुद को दूर रखा। नतीजा जब फैमिली मेम्बर्स मुम्बई पहुंचे तब भी ज्योति और काजल को उनके साथ नहीं भेजा गया। आइए बताते हैं क्यों बदल गई कहानी

कहां है एफआईआर की कापी

ज्योति और काजल के गायब होने के बाद मुम्बई से एक महिला ने फोन किया था। उसने काजल के मामा संजय को फोन पर बताया था कि दोनों बच्चियां मुम्बई में सेफ हैं। कोई आकर ले जाए। इस मामले में जद्दोजहद के बाद दारागंज पुलिस ने किडनैपिंग की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस को जांच के लिए खुद वहां जाना चाहिए था लेकिन उसने यह जरूरी नहीं समझा। संजय को बोल दिया कि वह खुद जाकर बच्चियों को ले आए। संजय अपने भाई के साथ ट्रेन से मुम्बई के लिए रवाना हो गए। वे उस संस्था में पहुंचे जहां पर कोमल और ज्योति को रखा गया था। वहां पर कहा गया कि अगर एफआईआर हुई है तो रिपोर्ट कहां है। वहां की पुलिस कहां है। संजय ने संस्था को पूरी कहानी बताई। लेकिन संस्था ने कहा कि दोनों बच्चियों के मां-बाप को बुलाओ और वह भी पूरी डिटेल के साथ।

चल दिए दोनों के पिता

अब घर वालों के पास दूसरा कोई आप्शन नहीं था। काजल के पिता अरविन्द और ज्योति के पिता राज कुमार ने दारागंज एरिया से पार्षद की मदद से एक एफिडेविट बनवाया। एफआईआर की कापी ली। फिर रात में ट्रेन से मुम्बई के लिए चल दिए। संभवत: मंडे को वे मुम्बई पहुंच जाएंगे। उनके पहुंचने के बाद ही अब दोनों बच्चियां वापस अपने घर लौट सकेंगी। बता दें कि ज्योति व कोमल ख्ब् जून को घर से काम करने निकली थीं और रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। बाद में पता चला कि वह मुंबई पहुंच गई हैं। यह सब कैसे हुआ यह अभी भी रहस्य बना हुआ है।

Posted By: Inextlive