असम-मिजोरम सीमा पर भड़की हिंसा, राहुल गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह पर साधा निशाना
नई दिल्ली (पीटीआई)। दो पूर्वोत्तर राज्यों असम-मिजोरम के बीच सीमा विवाद एक खूनी संघर्ष में उभरा है। मिजोरम के साथ राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए कम से कम पांच असम पुलिस कर्मियों की मौत हो गई और एक एसपी सहित 60 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को असम-मिजोरम सीमा पर हुई हिंसा को लेकर मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है। पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने हिंसा के एक कथित वीडियो को टैग करते हुए ट्वीट किया, "मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएंगे। गृह मंत्री ने लोगों के जीवन में नफरत और अविश्वास बोकर देश को फिर से विफल कर दिया है। भारत अब इसके भयानक परिणाम भुगत रहा है। असम पुलिस अधिकारियों और नागरिकों पर गोलियां चलाईं
असम सरकार ने सोमवार को एक बयान में आरोप लगाया कि मिजोरम पुलिस ने लाइट मशीन गन (एलएमजी) सहित स्वचालित हथियारों के साथ उसके अधिकारियों और नागरिकों पर गोलियां चलाईं। हालांकि, मिजोरम के गृह मंत्री लालचमलियाना ने दावा किया कि राज्य पुलिस ने असम पुलिस पर अचानक गोलीबारी करके जवाब दिया, जब इसके 200 कर्मियों ने सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा संचालित एक ड्यूटी पोस्ट को जबरन पार किया और आगजनी और गोलीबारी की और निहत्थे लोगों पर हमला किया। गृह मंत्री ने सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया इस घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनके मिजोरम समकक्ष जोरमथांगा से बात की और उनसे विवादित सीमा पर शांति सुनिश्चित करने और एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने का आग्रह किया। असम के बराक घाटी जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और ममित के साथ 164 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। एक क्षेत्रीय विवाद के बाद अगस्त 2020 और बीती फरवरी में अंतर-राज्यीय सीमा पर झड़पें हुईं।