- सीबीसीएस पर मंथन, यूजी लेवल पर लागू करना मुश्किल

सीबीसीएस पर मंथन, यूजी लेवल पर लागू करना मुश्किल

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में मंडे को हुई एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग में यूजीसी की मोस्ट पापुलर प्लानिंग में एक च्वाईस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) पर जमकर बहस हुई। काउंसिल मेम्बर्स ने अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर लागू होने वाले सीबीसीएस को यूनिवर्सिटी के लिए टफ टास्क बताया और कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है। जिसमें शिक्षण कार्य में निरंतरता का होना जरूरी है और यह काम शिक्षकों की कमी रहते सफलतापूर्वक नहीं हो सकता।

छात्र संख्या आ गई आड़े

फिलहाल तो इसे न्यू एकेडमिक सेशन ख्0क्भ्-क्म् से पीजी लेवल पर प्रत्येक डिपार्टमेंट को लागू करने के लिए कहा गया है। यह भी कहा गया है कि यदि किसी डिपार्टमेंट को इसमें कोई दिक्कत हो तो वह इससे अवगत करवाए। वहीं यूजी लेवल पर छात्र संख्या को देखते हुए इसे सेशन ख्0क्म्-क्7 तक के लिए टाल दिया गया है। वहीं एजेंडे में शामिल नैक ग्रेडिंग से संबंधित मसले पर कहा गया कि इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और इसे यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।

एक्टिंग वीसी की पावर पर फिर सवाल

तय किया गया है कि यूनिवर्सिटी के असेसमेंट से संबंधित वेबसाइट पर अपलोड होने वाली रिपोर्ट पर फीडबैक लिया जाएगा। इसके बाद रिपोर्ट नैक को भेजेगी जाएगी। माना जा रहा है कि नेक्स्ट एकेडमिक सेशन में नैक की टीम यूनिवर्सिटी आएगी और एयू को ग्रेडिंग भी मिलेगी। इस बीच बैठक में शामिल डॉ। डीसी लाल ने एक्टिंग वीसी की वैधानिक शक्तियों से रिलेटेड एमएचआरडी का पत्र सदस्यों को बांटने की कोशिश की। लेकिन उन्हें रजिस्ट्रार प्रोफेसर बीपी सिंह ने रोक दिया। डॉ। डीसी लाल का कहना है कि पत्र में एमएचआरडी ने स्पष्ट किया है कि एक्टिंग वीसी पॉलिसी मैटर से संबंधित डिसीजन नहीं ले सकते। फिर भी वे टीचर्स से जुड़ी सेलेक्शन कमेटी के एक्सपर्ट पैनल को मंजूरी दे रहे हैं।

Posted By: Inextlive