इविवि के संघटक महाविद्यालयों में नियम-कानून ताक पर रखकर की गई नियुक्तियों को लेकर है शिकायतें

-इनमें तीन शिकायतें सीधे यूजीसी चेयरमैन से की गई हैं

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से जुड़े संघटक महाविद्यालयों में हुई असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े की शिकायतों का संज्ञान यूजीसी और एमएचआरडी सख्ती से ले रहा है। यूजीसी ने इविवि के रजिस्ट्रार को ऐसी चार शिकायतों का लिखित रूप में जवाब देने को कहा है। इसमें शिक्षक भर्ती में व्याप्त अनियमितताओं की गंभीर शिकायतें शामिल हैं। इविवि को पत्र यूजीसी की अवर सचिव सुषमा राठौर की ओर से भेजा गया है। तीन शिकायतकर्ताओं ने सीधे यूजीसी के चेयरमैन को अपनी शिकायतें भेजी हैं।

इविवि रजिस्ट्रार को भेजा गया है पत्र

-यूजीसी की अवर सचिव की ओर से विवि रजिस्ट्रार को भेजे गए पत्र में अलग अलग शिकायतकर्ता के नाम और उनकी शिकायतों का उल्लेख किया गया है।

-इनमें तीन शिकायतों में संघटक महाविद्यालयों के साक्षात्कार में धांधली, नियम कानून को ताक पर रखकर की गई नियुक्तियां और सीएमपी डिग्री कॉलेज और एसएस खन्ना महिला महाविद्यालय में किए गए सेलेक्शन में भ्रष्टाचार का जिक्र किया गया है।

-ये शिकायतें 07 मार्च, 31 मार्च और 08 मई को की गई थीं।

क्रेट साक्षात्कार में अनियमितता का भी आरोप

एक अन्य शिकायतकर्ता छात्र वेद प्रकाश सिंह ने यूजीसी चेयरमैन से सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज में क्रेट 2017 की परीक्षा में शामिल लेवल टू (डीपीसी साक्षात्कार) में अनियमितता के संबंध में आपत्ति दर्ज करवाई है। यूजीसी ने विवि रजिस्ट्रार को आदेशित किया है कि वह सभी मामलों पर उचित कार्रवाई करते हुए यूजीसी को तो अवगत कराएं ही, साथ ही शिकायत करने वालों को भी जवाब भेजें। एक अन्य शिकायतकर्ता मेराज अहमद का कहना है कि सीएमपी और एसएस खन्ना में उर्दू विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के चयन में की गई गड़बडि़यों की कई शिकायतें यूजीसी से की गई थी। जिसमें यूजीसी ने अपने आदेशों में इविवि को कहा था कि शिकायतें स्वत: प्रमाणित हैं। इनमें 13 अप्रैल, 23 अप्रैल और 13 जून को भेजा गया यूजीसी का लेटर शामिल है। 13 अप्रैल को लेटर एजुकेशन ऑफिसर जितेन्द्र तथा 23 अप्रैल को लेटर अंडर सेक्रेटरी सीपी गौर ने भेजा है।

इन्होंने की है शिकायत

-अली हुसैन रिजवी निवासी हाऊस नम्बर-2/सी, अबुबकरपुर, धूमनगंज

-रमा गुप्ता इविवि

-वेद प्रकाश सिंह छात्र

-अखिलेश प्रताप सिंह, अधिवक्ता उच्च न्यायालयें

Posted By: Inextlive