देहरादून पुलिस की बड़ी कामयाबी

पुलिस ने ढूंढ़ निकाली गाजियाबाद के शातिरों की गैंग

कार में सवार तीन ठगों से दो पिस्टल भी बरामद

200 डेबिट बरामद, तो धोखाधड़ी की वारदातें कितनी

देहरादून

एटीएम बूथ पर लोगों की मदद के नाम पर उनका डेबिट, क्रेडिट कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने वाले गाजियाबाद के लोनी शातिर ठगों के एक गिरोह को देहरादून की आईएसबीटी पुलिस चौकी की टीम ने दबोच लिया। इस गैंग के तीन बदमाश एक इको स्पार्टर्स कार में बैठकर घूम रहे थे, पुलिस ने दून में हो चुकी तीन वारदातों की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में ऐसी की कार नजर आने पर तलाशी ली तो दो पिस्टल और करीब 200 एटीएम डेबिट कार्ड मिले। उनके कब्जे से लोगों के कार्ड बदलकर ठगी गई 1.70 लाख कैश भी बरामद किया है। गैंग का मास्टर माइंड हत्या और एटीएम फ्रॉड के कई मामलों में पहले भी जेल जा चुका है। दिखावे के लिए वह गाजियाबाद के लोनी में मोबाइल शॉप चलाता है, लेकिन असल में घूमने-फिरने के नाम पर देश के अलग अलग शहरों में जाकर वहां एटीएम बूथ के आसपास खड़े होकर रैकी करता और मदद के बहाने उनका कार्ड लेकर उसे दूसरे कार्ड से बदल लेता था। असली कार्ड लेकर दूसरे एटीएम पर पहुंचकर गैंग या तो कैश विड्रा कर लेता या फिर दूसरे खातों में ट्रांसफर करता था।

पुलिस ने नाकाबंदी में पकड़ने का दावा कि

पटेलनगर थाने में दर्ज हुए थे दो मामले: 4 सितंबर को दिनेश चन्द्र पाण्डेय निवासी मनेवती,चौपाला, हिमाचल प्रदेश का एटीएम बदलकर उसके खाते से 2.66 लाख और 15 सितंबर को कैलाश चन्द्र पुत्र गोविन्दराम निवासी मेहूंवाला के खाते से साढे 24 हजार रूपए के फ्रॉड मामले दर्ज हुए थे। एटीएम बदलकर धोखाधड़ी का एक केस विकासनगर में भी दर्ज हुआ था। तीनों ही केस की जांच कर रही पुलिस टीम ने जिन एटीएम बूथ पर वारदात हुई वहां के सीसीटीवी के फुटेज बारीकी से देखे। आसपास के फुटेज भी देखे गए तो पता चला कि एक कार तीनों एटीएम के आसपास नजर आई। ऐसे में पुलिस को संदिग्ध कार की तलाश थी।

एसएसपी अरूण मोहन जोशी ने बताया कि करीब 60-70 एटीएम शहर की दुकानों व चौकों में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल कर सीसीटीवी फ टैज चैक किये गये। जिसमें पुलिस टीम को संदिग्ध एक कार में आते-जाते दिखाय दी। इस पर आईएसबीटी से सहारनपुर जाने वाली सड़क, और रिस्पना से हरिद्वार जाने वाली सड़क पर पड़ने वाले बैरियरों के सीसीटीवी कैमरों की फ टेज चैक की गयी। संदिग्ग्ध कार मंडे को ट्रांसपोर्टनगर के पास दिखी। पुलिस टीम ने रूकने का इशारा किया तो कार चालकन ने जल्दबाजी में कार को वापस मोडने का प्रयास किया। पुलिस टीम ने घेर कर इको स्पोर्टस फ ोर्ड कार को रूकवा लिया। तलाशी में चालक कलीम के कब्जे से एक पिस्टल 9 एमएम व 2 जिन्दा कारतूस व 2 मैगजीन तथा दूसरे ज्ञानेन्द्र के कब्जे से एक तमंचा 315 बोर व 2 कारतूस बरामद हुए। नाजायज हथियार बरामद होने पर कार की तलाशी ली गई तो 1,70,000 रुपए व करीब 200 विभिन्न बैकों के एटीएम कार्ड व एक माईक्रोवेव ओवन मिले। इतनी भारी मात्रा में एटीएम कार्ड व के बारे में सख्ती से पूछताछ करने पर तीनों ने बताया कि वे एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करते हैं। रैकी कर जो व्यक्ति एटीएम कम चलाना जानते हैं उनको सहायता करने के नाम पर उनका एटीएम कार्ड बदल कर उन्हें उसी तरह का दूसरा एटीएम दे देते हैं । जिससे हम उसके एटीएम से किसी दूसरे एटीएम में जाकर कैश विड्रा कर लते हैं या फिर शॉपिंग कर लेते हैं।

पूछताछ का विवरण

तीनों ने बताया गया कि कार से देहरादून आते हैं तथा दो-तीन दिन होटलों में रहकर दिनभर एटीएम की रैकी कर सीधे-साधे लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। देहरादून के अलावा दिल्ली व अन्य राज्यों में भी इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया है .हम लोग जो कैश एटीएम से निकालते हैं। उनको हम आपस में बांट लेते हैं । जिससे हम अपने खर्चे चलाते हैं।

तीनों ठग लोनी गाजियाबाद के मूल निवासी=

गैंग लीडर ज्ञानेन्द्र पुत्र रामकिशन, हेल्पर अमित पुत्र राजेन्द्र सिंह और कार चलाते पकड़ा गया कलीम बेग तीनों ही बलराम नगर थाना लोनी गाजियाबाद का रहने वाले हैं। ज्ञानेन्द्र दिल्ली में मोबाइल की दुकान और अमित कपड़े की दुकान भी चलाता है। वह सब दिखावे के लिए है, असल में एटीएम बदलकर ठगी करना इनका धंधा बन गया था ।

बरामदगी:

कैश 1,70,000 रुपए

एटीएम कार्ड 200

9 एमएम पिस्टल

315 बोर तमन्चा

एक माईक्रोवेव

एक इको स्पोर्टस फ ोर्ड कार

तीनों के खिलाफ दर्ज मामले

आपराधिक इतिहास अभियुक्तगण।

फ्रॉड केस - दो पटेलनगर , दो विकासनगर थाने में

आ‌र्म्स एक्ट= दो केस पटेल नगर थाने में दर्ज

मर्डर -एक मामला ज्ञानेन्द्र पर गाजियाबाद में दर्ज है। अन्य के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जेल भी जा चुके हैं।

Posted By: Inextlive