RANCHI: खलारी के जेहलीटांड़ घासी निवासी ख्म् वर्षीय उमेश सिंह ने दोस्त विजय नायक के साथ मिलकर बुधवार को अपनी मां सुशीला देवी (म्भ्) को बलि देने का प्रयास किया। वह मां की जान लेने ही वाला था कि उनके चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग जुट गए और मां जान बच गई। इस बीच बेटा और उसका साथी भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने सुशीला देवी का इलाज सीसीएल के डकरा स्थित केंद्रीय अस्पताल में कराया और बाद में उनको घर पहुंचाया.बताया गया कि इस घटना से पूर्व भी उमेश और विजय ने एक अन्य युवक इंद्रदेव नायक को बलि देने का असफल प्रयास किया था। अपने पहले प्रयास में असफल होने पर घर पहुंचकर अपनी मां की बलि देने का प्रयास किया। इंस्पेक्टर सह थानेदार एसके श्रीवास्तव ने कहा है कि जल्द ही उसे पकड़कर कार्रवाई की जाएगी।

क्या है मामला

स्थानीय लोगों ने बताया कि मंगलवार की रात उमेश और विजय मुर्गा लेने गए थे, लेकिन मुर्गा नहीं मिला। बाद में रास्ते में इंद्रदेव को पकड़ लिया और उसे बलुआ से घायल कर अपने घर पूजास्थल पर ले जाने लगा। इंद्रदेव के शराब पीने के कारण वे उसे घर लाने में असफल रहे। बाद में घर आने पर दोनों ने मिलकर बगल के कमरे में सो रही उमेश की मां को बलि देने का प्रयास किया। उमेश घर में ही एक विशेष पूजा घर बना रखा है। पिछले दिनों ही उसने बकरे की बलि दी थी। ग्रामीणों के अनुसार वह गांजा पीकर विक्षिप्त हो गया है। एक बार उसने मोहननगर मंदिर में भी तोड़फोड़ की थी।

Posted By: Inextlive