- स्कूल के मेन गेट पर खड़े होकर लेनी होगी सेल्फी

- माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजनी होगी सेल्फी

LUCKNOW : यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान इस बार सभी परीक्षकों को अपनी सेल्फी क्लिक करनी होगी। साथ ही उन्हें सेल्फी को माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय को भेजनी होगी।

वहीं परिक्षकों को यह सेल्फी संबंधित स्कूल के मेन गेट पर लेनी होगी, जहां पर स्कूल का नाम प्रदर्शित हो रहा होगा। यह निर्देश जिला विद्यालय निरीक्षक की ओर से सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को भी दिया गया है।

नकल रोकने के लिए उठाया कदम

प्रैक्टिकल में नकल को रोकने के लिए विभाग की ओर से पहली बार ऐसा कदम उठाया गया है। कई बार दूरदराज के क्षेत्रों से बिना परीक्षकों के आए प्रैक्टिकल एग्जाम कराने की सूचना मिलती थी। यहां तक परीक्षक स्कूलों से साठगांठ कर बिना स्कूल आए प्रैक्टिकल के नंबर चढ़ाकर बोर्ड को भेज देते थे। इसी तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बोर्ड की ओर से परीक्षकों को सेल्फी लेने का आदेश दिया गया है।

पहचान पत्र और आधार रखना होगा

जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ। मुकेश कुमार सिंह के स्तर से जारी आदेश में कहा गया है कि हाईस्कूल के प्रैक्टिकल विषयों में निर्धारित पूर्णाक में से 50 फीसदी मा‌र्क्स आंतरिक परीक्षक और 50 फीसदी मा‌र्क्स वाह्य परीक्षक द्वारा दिये जायेंगे। हाईस्कूल की प्रैक्टिकल एग्जाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पिछले वर्ष की भांति संपन्न होगा। प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान प्राप्त प्राप्तांकों को स्कूलों के प्राचार्य परिषद की वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड करेंगे। वहीं इंटर के प्रैक्टिकल एग्जाम के लिए नियुक्त किये गये परीक्षकों को अपने साथ मान्य पहचान पत्र और आधार कार्ड साथ में लेकर जाने को कहा गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि एग्जाम शुरू होने से पूर्व परीक्षकों को एक सेल्फी लेकर परिषद को भेजना अनिवार्य होगा। एग्जाम की शुचिता को बरकरार रखने के लिए प्रैक्टिकल एग्जाम कीे सीसीटीवी रिकार्डिग कराकर उसकी क्लीप को सुरक्षित रखने को कहा गया है।

अवैध शुल्क की शिकायत मिली तो मान्यता होगी वापस

प्रैक्टिकल एग्जाम के दौरान छात्रों से अवैध शुल्क वसूली की शिकायत पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि यदि इस प्रकार की कोई शिकायत मिलती है और जांच के दौरान उसकी पुष्टि पाई जाती है तो फिर संबंधित स्कूल की मान्यता वापस लेने की कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल व परीक्षक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

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शिक्षकों का नाम न भेजने वाले स्कूल को नोटिस जारी

सात फरवरी से प्रस्तावित हाईस्कूल व इंटरमीडिएट एग्जाम को देखते हुए कक्ष निरीक्षक की डयूटी के लिए शिक्षकों का नाम न भेजने वाले स्कूल को जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ। मुकेश कुमार सिंह ने नोटिस जारी कर दिया है। डीआईओएस की तरफ से जारी नोटिस में स्कूल से कहा गया है कि निर्धारित फार्मेट में प्रत्येक दशा में 24 दिसंबर तक कक्ष निरीक्षकों का ब्यौरा उपलब्ध करा दें, जिससे वेबसाइट पर शिक्षकों का विवरण परिषद को उपलब्ध कराया जा सकें।

Posted By: Inextlive