- 45 वर्षीय महिला को पति-बेटा दून हॉस्पिटल में भर्ती कराकर हुए गायब

- 10 दिन से बेहोशी की हालत में इमरजेंसी में एडमिट है महिला

- वेडनसडे को होनी थी सर्जरी, नहीं हो पाई, महिला के ब्रेन में है ब्लड क्लॉट

देहरादून।

दून हॉस्पिटल की इमरजेंसी में एक महिला दस दिन से बेहोशी की हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। पति और बेटा उसे हॉस्पिटल में एडमिट कर गायब हो गए और एक बार भी उसे देखने नहीं आए। महिला के ब्रेन में ब्लड क्लॉट है जिसे सर्जरी कर निकाला जाना है। लेकिन परिजनों के गायब होने के कारण सर्जन ऑपरेशन नहीं कर पाए। हॉस्पिटल मैनेजमेंट दस दिन से उसके परिजनों को तलाश रहा है, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं है। अब पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई है।

अनकॉशियस है महिला

3 नवंबर को दोपहर सवा दो बजे मीना सिंह (45) नाम की पेशेंट को बेहोशी की हालत में दून हॉस्पिटल की इमरजेंसी में एडमिट कराया गया था। महिला मसूरी के नागखाल इलाके की निवासी है। हॉस्पिटल स्टाफ के मुताबिक महिला को उसके बेटे अंजू ने एडमिट कराया था और उस दौरान महिला का पति भोपाल सिंह भी साथ था। तब से अब तक महिला को होश नहीं आया है और उसका बेटा और पति दोनों गायब हैं। हॉस्पिटल के रिकॉर्ड में महिला के बेटे का नंबर अंकित है, उसे कई बार कॉल किया गया, लेकिन फोन स्विच ऑफ है। हॉस्पिटल मैनेजमेंट परेशान है कि महिला को कैसे बचाया जाए।

ब्रेन में ब्लड क्लॉट, हार्ट में मेटल वॉल्व

दून हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने बताया कि पेशेंट के ब्रेन में ब्लड क्लॉट है। जिसे सर्जरी कर रिमूव किया जाना है। वेडनसडे को सर्जरी होनी थी लेकिन परिजनों के न होने पर सर्जरी कैंसिल करनी पड़ी। पेशेंट के हार्ट में पहले से मेटल वॉल्व लगे हुए हैं। इसके चलते उसका एमआरआई नहीं किया जा सकता।

स्टाफ ने पैसे इकट्ठे कर कराया सीटी स्कैन

दून हॉस्पिटल में सीटी स्कैन की फैसिलिटी फिलहाल नहीं है, मशीन खराब होने के कारण महिला का सीटी स्कैन प्राइवेट लैब से कराया जाना था। इस पर हॉस्पिटल स्टाफ ने पैसे कलेक्ट कर किसी तरह उसका सीटी स्कैन कराया।

तीन बार दे चुके हैं पीआई

जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही महिला के परिजनों का तलाश के लिए दून हॉस्पिटल मैनेजमेंट द्वारा पुलिस को तीन बार पीआई (पुलिस इन्फॉर्मेशन) भी दी गई है। महिला मसूरी की रहने वाली है, ऐसे में मसूरी थाने को पीआई दी गई।

ऑपरेशन से डर रहे डॉक्टर

दून हॉस्पिटल के फिजिशियन डॉ। केसी पंत और सर्जन डॉ। डीपी तिवारी महिला का ट्रीटमेंट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वेडनसडे को सर्जरी की डेट थी। परिजनों से कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हुआ। ऐसे में सर्जरी का रिस्क कैसे लें, इससे हॉस्पिटल स्टाफ भी उलझन में है।

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महिला की सर्जरी के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। परिजन गायब हैं, उनकी ओर से कोई रिस्पॉन्स नहीं है। कुछ दिन वेट कर रहे हैं, अगर कोई परिजन संपर्क नहीं करता तो महिला की जिंदगी बचाने के लिए किसी तरह उसकी सर्जरी की जाएगी।

- डॉ केके टम्टा, एमएस दून हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive