-केपी ट्रस्ट के स्वर्ण जयंती समारोह का विरोध करने के लिए डॉ। मुरली मनोहर जोशी को तत्कालीन एसएसपी बीएस बेदी ने दी थी सलाह

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी शंकर ओझा का शनिवार को निधन हो गया। उनके जुझारू व्यक्तित्व का किस्सा विवि के संस्कृत विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो। आरके शास्त्री ने बताया। 1974-75 में केपी ट्रस्ट का स्वर्ण जयंती समारोह था। उसके एक दिन पहले डॉ। मुरली मनोहर जोशी तत्कालीन एसएसपी बीएस बेदी से मिले और विरोध की परमिशन मांगी। एसएसपी ने डॉ। जोशी से कहा कि विरोध कीजिए लेकिन उसमें लक्ष्मी शंकर ओझा न हों।

एडीसी से शुरू हुआ था सफर

करछना के सेमरहा गांव निवासी स्व। ओझा ने अपनी छात्र राजनीति की शुरुआत इलाहाबाद डिग्री कॉलेज से की थी। 1973-74 में छात्रसंघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। 1981-82 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के महामंत्री चुने गए। 1990-91 में विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष भी निर्वाचित हुए। पूर्व अध्यक्ष विनोद चंद्र दुबे बताते है कि महामंत्री बनने से पहले उन्होंने विवि व हॉस्टलों में की गई फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन किया था जिसकी वजह से विवि प्रशासन को झुकना पड़ा था।

विधायक का भी लड़े चुनाव

स्व। ओझा छात्र राजनीति के जरिए भाजपा के यूथ संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जुड़े। ओझा ने बाहुबली अतीक अहमद के खिलाफ शहर पश्चिमी से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

इमरजेंसी में दो बार गए जेल

देश में इमरजेंसी लगी थी उस दौरान स्व। ओझा दो बार नैनी सेंट्रल जेल में भी बंद रहे। पहली बार जनवरी 1975 में बंद हुए तो दूसरी बार 26 जून 1975 को उन्हें जेल जाना पड़ा था। भाजपा काशी प्रांत मीडिया सह संयोजक मृत्युंजय तिवारी बताते है कि मीसा में उन्हें 19 महीने जेल में रहना पड़ा था।

छोटे भाई ने दी मुखाग्नि

65 वर्षीय स्व। ओझा का शनिवार को एसआरएन हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनकी पत्‍‌नी ऊषा ओझा का निधन एक वर्ष पहले हो गया था। उनकी दो बेटियां हैं। वे दस दिनों से ट्रामा सेंटर में एडमिट थे। उनका अंतिम संस्कार डीहा घाट पर किया गया। छोटे भाई शंकर ओझा ने मुखाग्नि दी।

पार्टी में शोक की लहर

सिविल लाइंस स्थित आवास पर हुई शोकसभा में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ। नरेन्द्र कुमार सिंह गौड़ ने कहा कि वे एक प्रखर वक्ता व संघर्षशील व्यक्ति थे। महानगर अध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि वे पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता थे। शोक व्यक्त करने वालों में शैलतनया श्रीवास्तव, नरेन्द्र देव पांडेय, कुंज बिहारी मिश्रा, विक्रमजीत सिंह भदौरिया, इविवि छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष संजय तिवारी, पूर्व महामंत्री सुरेश यादव आदि शामिल रहे।

Posted By: Inextlive