Allahabad: समय के साथ कोर्स बदला. स्टूडेंट्स के पढ़ाई का तरीका बदला. क्लासेज का पैटर्न बदल गया. लेकिन नहीं बदला तो टीचर्स के पढ़ाने का अंदाज. भला ऐसा क्यों? हमें भी क्लास में पढ़ाने का अंदाज बदलना होगा. हमें ऐसी टेक्निक अपनानी होगी जिससे हम क्लास में पढ़ाते समय स्टूडेंट्स को अपनी ओर अट्रैक्ट कर सकें. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में सैटरडे को टीचर्स के लिए शुरू किए गए समर स्कूल कैम्प में एक्सपट्र्स ने कुछ ऐसे ही सजेशंस के साथ उन्हें बदलने को कहा.

Aim है अधूरायूनिवर्सिटी के फूड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में 21 दिवसीय समर कैम्प का इनॉगरेशन किया गया। इस मौके पर बतौर चीफ गेस्ट मौजूद बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। अविनाश चंद पाण्डेय कहा कि आजादी के बाद से यूनिवर्सिटीज की संख्या 13 गुने और डिग्री कॉलेजेज की संख्या 33 गुनी हो गई है। लेकिन इसके बावजूद एजूकेशन के फील्ड में जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उससे हम कोसों दूर हैं। डिग्री लेने वालों की संख्या में भले ही इजाफा हुआ हो, लेकिन अशिक्षा को दूर करने में हम बहुत अधिक कामयाब नहीं हुए हैं. 

लाना होगा change 

यूनिवर्सिटी के नैनो टेक्नोलॉजी सेंटर के हेड रह चुके प्रो। पाण्डेय ने एक्सपर्ट के तौर पर टीचर्स को सजेस्ट करते हुए कहा कि हमें कोर्स को अपडेट करने के साथ ही समय-समय पर उसकी क्वालिटी को मेंटेन करना चाहिए। इसके अलावा हमें खुद को इस तरह से प्रिपेयर करना होगा कि हम आने वाली पीढ़ी को वह सब दे सके, जो उनके लिए यूजफुल हो। उन्होंने एजूकेशन को टेक्निकल और प्रैक्टिकल बनाने पर जोर दिया। प्रो। पाण्डेय ने ये भी आशा जताई कि 21 दिनों के इस समर कैम्प में हम डिस्कशन के जरिए अपनी कमियों को ट्रेस करेंगे और साथ ही उसका सॉल्यूशन निकालेंगे।

Entry सबके लिए

इनॉगरेशन सेरेमनी में यूजीसी एकेडमिक कॉलेज के डायरेक्टर प्रो। एचके शर्मा ने कैम्प के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैम्प में पार्टिसिपेंट के बीच ग्लोबलाइजेशन और हायर एजूकेशन के आपसी कोऑर्डिनेशन पर मूल रूप से चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि इस कैम्प में एंट्री ओपेन है। इसमें किसी भी यूनिवर्सिटी व कॉलेज के टीचर्स शामिल हो सकते हैं। अभी तक कैम्प के लिए 40 टीचर्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है। समर स्कूल के कोऑर्डिनेटर डॉ। प्रशांत अग्रवाल ने गेस्ट का वेलकम किया। सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज के कोर्स कोऑर्डिनेटर धनंजय चोपड़ा ने प्रोग्राम का संचालन किया।

Promotion में मिलेगा benefit

यूजीसी एकेडमिक कॉलेज की ओर से कंडक्ट कराए जा रहे इस समर स्कूल प्रोग्राम में पार्टिसिपेट करने वाले टीचर्स को उनके प्रमोशन में बेनीफिट मिलेगा। इस कैंप को यूजीसी ने ओरिएंटेशन प्रोग्राम के समकक्ष मान लिया है। यानी फस्र्ट चांस इस प्रोग्राम में अटेंड करने वाले टीचर्स को प्रमोशन के लिए ओरिएंटेशन प्रोग्राम में शामिल होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कॉलेज के डायरेक्टर प्रो। एचके शर्मा के मुताबिक इस कैम्प में शामिल होने के लिए टीचर्स से रजिस्ट्रेशन के अलावा अन्य कोई फीस नहीं ली गई है. 

 

Different activity

- ग्लोबलाइजेशन व एजूकेशन पर डिस्कशन

- माइक्रो टीचिंग में इन्वॉल्व किए जाएंगे सभी टीचर

- इस दौरान हुए सेमिनार के टॉपिक को बगैर देखे लेना होगा क्लास

- किसी बुक को पढ़कर उस पर बिना नोट्स तैयार किए बोलना होगा

- कैम्प के लेक्चर्स पर बेस्ड ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन का देना होगा जवाब 

- कैम्प के दौरान पार्टिसिपेंट के ओवर ऑल परफॉर्मेंस भी देखी जाएगी

 

Teachers को मिलेगा grade

- कैम्प की डिफरेंट एक्टिविटी 100 माक्र्स के होंगे

- 75 व अधिक माक्र्स पाने वाले पार्टिसिपेंट्सको मिलेगा ए ग्रेड

- 60 व अधिक माक्र्स पाने वाले पार्टिसिपेंट्सको मिलेगा बी ग्रेड

- 50 व अधिक माक्र्स पाने वाले पार्टिसिपेंट्स को मिलेगा सी ग्रेड

- 50 से कम माक्र्स पाने वाले पार्टिसिपेंट्स को मिलेगा डी गे्रड

 

ये expert होंगे मौजूद 

- बीएचयू से आनन्द वर्धन शर्मा 

- बीएचयू से प्रो। वशिष्ट नारायण सिंह

-  ग्लोबलाइजेशन के प्रो। बीपी सिंह

- पॉलिटिकल साइंस के प्रो। एमपी दूबे

- केमेस्ट्री के प्रो। जगदम्बा सिंह

- डिफेंस स्टडीज के प्रो। आरके उपाध्याय


Posted By: Inextlive