-सीडीए पेंशन के ऑडिटर ने फांसी लगाकर दी जान

-किराए के मकान में भाई-बहन के साथ रहते थे

ALLAHABAD: सीडीए पेंशन में ऑडिटर पद पर तैनात आलोक कुमार की रविवार को सगाई होनी थी। परिवार में इसको लेकर तैयारियां भी चल रही थीं। लेकिन न जाने ऐसा क्या हुआ कि गुरुवार की देर रात आलोक कुमार ने फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी। शुक्रवार की सुबह कमरे में फंदे से लटकती हुई लाश मिली। ऑडिटर ने सुसाइड क्यों किया, पुलिस विभिन्न बिन्दुओं पर जांच कर रही है।

फतेहपुर के निवासी

सीडीए पेंशन में ऑडिटर के पद पर कार्यरत 26 वर्षीय आलोक कुमार मूल रूप से फतेहपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के राधानगर मोहल्ले के रहने वाले थे। आलोक कुमार के पिता अशोक कुमार फतेहपुर में ही रहते हैं और किराना की दुकान चलाते हैं। इलाहाबाद में तैनात आलोक कुमार धूमनगंज थाना क्षेत्र के विष्णुपुरी कॉलोनी में किराए का कमरा लेकर छोटे भाई शिवम और बहन चंद्रकला के साथ रहते थे।

रात में साथ खाया था खाना

गुरुवार की रात आलोक ने छोटे भाई शिवम और बहन चंद्रकला के साथ भोजन किया। उसके बाद अपने कमरे में सोने चले गए। लेकिन देर रात में उन्होंने अपने कमरे में फांसी के फंदे से लटक कर जान दे दी। शुक्रवार की सुबह काफी देर तक बड़े भाई के कमरे से कोई हलचल न होने पर छोटी बहन चंद्रकला ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा देख उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। उसने शोर मचा र अन्य लोगों को जानकारी दी। थोड़ी ही देर में भीड़ लग गई। सूचना पाकर धूमनगंज पुलिस ने मौके पर पहुंच ग‌ई्र।

नहीं मिला सुसाइड नोट

पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के साथ ही छानबीन की। लेकिन मौके से न तो कोई सुसाइड नोट मिला और न ही कोई अन्य सुराग, जिससे साबित हो सके कि आलोक कुमार ने फांसी के फंदे से लटक कर जान क्यों दी। मौके पर मौजूद परिवार के लोगों से बातचीत में पुलिस को जानकारी मिली कि आलोक कुमार को कुछ शारीरिक दिकक्त थी। वह शादी नहीं करना चाहते थे। इसके बाद भी परिवार के लोगों ने शादी तय करते हुए सगाई की डेट फिक्स कर दी थी।

आलोक कुमार ने सुसाइड क्यों किया, इसकी जांच की जा रही है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लेकिन ये जानकारी मिली है कि आलोक कुमार को कुछ दिक्कत थी। वे शादी नहीं करना चाहते थे। विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है।

-संदीप मिश्रा

एसओ धूमनगंज

Posted By: Inextlive