बॉल टेंपरिंग में दोषी पाए जाने के बाद एक साल के लिए बैन किए गए स्‍टीव स्‍मिथ और डेविड वार्नर को भारतीय खिलाड़ियों ने सपोर्ट करना शुरु कर दिया है। रोहित शर्मा ने जहां स्‍मिथ का बचाव किया वहीं गौतम गंभीर ने कहा कि मामला कुछ और ही है।


अब गलती का हो रहा पछतावाअपने देश पहुंचते ही पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गेंद से छेड़छाड़ की घटना के बाद अपनी गलतियों को लेकर क्रिकेट फैंस और प्रशंसकों से माफी मांगी है। मीडिया से बातचीत के दौरान स्मिथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में फूट-फूटकर रोए। इसके साथ ही स्मिथ ने कहा कि उन्हें अपनी इस गलती का पछतावा जिंदगी भर रहेगा। स्मिथ ने कहा, कि जो गुनाह उन्होंने किया है, उसकी सजा भुगतने के लिए वो तैयार हैं। स्मिथ ने कहा, 'मैं आशा करता हूं कि समय के साथ मैं अपना सम्मान वापस पा सकता हूं। क्रिकेट दुनिया का सबसे बड़ा गेम है, यह मेरा जीवन रहा है और मुझे आशा है कि यह फिर से हो सकता है।'रोहित शर्मा ने दिया साथ
स्मिथ के इस तरह माफी मांगने के बाद कई क्रिकेटर्स उनके सपोर्ट में आ गए हैं। खासतौर से भारतीय खिलाड़ियों ने स्मिथ का बचाव किया है। भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज और मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि बॉल टेंपरिंग के मामले से स्मिथ एंड कंपनी को परिभाषित नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मियों के साथ जाना और सिडनी में उनका पत्रकार वार्ता में भावुक होने का वीडियो देखकर मुझे बेहद दुख हुआ है। रोहित ने ट्विटर पर लिखा कि खेल की गरिमा का बनाए रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने अपनी गलती मानी है। मेरा ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के फैसले पर सवाल उठाना गलत है, लेकिन वह दिग्गज खिलाड़ी हैं और मुझे नहीं लगता है कि इस घटना से उन्हें परिभाषित किया जाना चाहिए।कहीं मामला कुछ और तो नहींटीम इंडिया के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज रहे और मौजूदा समय में दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान गौतम गंभीर ने स्मिथ और वार्नर को दी गई सजा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। गंभीर ने ट्वीट कर कहा कि, 'क्रिकेट को करेप्शन से दूर रखने की जरूरत है लेकिन लगता है कि आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के खिलाफ प्रतिबंध कुछ कड़े हैं। क्या स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को वेतन बढ़ाने के मामले में बगावत का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है? इतिहास गवाह है कि खिलाड़ियों के हितों के लिए खड़े रहने वालों का प्रशासक मजाक बनाते हैं। इसका उदाहरण इयान चैपल हैं।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari