दोबारा अपने रंग में लौटी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए ये वक्त काफी अच्छा है. जहां आईसीसी की रैंकिंग्स में वो अभी भी टॉप पर बनी हुई है वहीं दूसरी तरफ सालों बाद टीम टेस्ट मेस सौंपी गई है.


सांतवें आसमान पर ऑस्ट्रेलियाकई सालों तक क्रिकट में चैंपियन बने रहे कंगारुओं के लिए अच्छे दिन लौट आए हैं. विश्व क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम लंबे समय तक टेस्ट की नंबर वन टीम बनी रही लेकिन उसके बाद टीम से दिग्गजों का रिटायर होना और एक तरह से नई ऑस्ट्रेलियाई टीम बनने के दौर में उसने वो ताज गंवाना पड़ा. वहीं करेंट टाइम की बात करें तो अब एक बार फिर उस शीर्ष स्तर पर पहुंचने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम सातवें आसमान पर है. आज उनकी इस खुशी को चिन्ह के तौर पर तब प्रमाण भी मिल गया जब माइकल क्लार्क को आइसीसी ने परंपरा के अनुसार 'टेस्ट मेस' (गदा) सौंपी. ये गदा टेस्ट क्रिकेट की शीर्ष टीम को दी जाती है.लंबे समय से था इंतजार


पिछले सीजन में इंग्लैंड और फिर दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट सीरीज में रौंदने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम शीर्ष स्थान पर मजबूती से बनी हुई है. टीम ने सालों बाद अपना पुराना मुकाम हासिल किया जिसके चलते ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलियाई कैप्टन माइकल क्लार्क को अपने टीम के ट्रेनिंग कैंप के दौरान ये टेस्ट गदा सौंपी गई. आखिरी बार अगस्त 2009 में ऑस्ट्रेलियाई टीम को इस पुरस्कार से नवाजा गया था. शांती देने वाली सफलता

इस गदा को हासिल करने के बाद माइकल क्लार्क ने कहा, 'ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर 'टेस्ट मेस' को दोबारा लाना हम सभी के लिए गर्व की बात है. ये टीम में मौजूद सभी खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी कामयाबी है. साथी ही ये सफलता सपोर्ट स्टाफ, हमारे परिवार, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का स्टाफ और हमारे फैंस के लिए भी है जिन्होंने कुछ कठिन सालों में भी हमारा समर्थन बरकरार रखा. व्यक्तिगत तौर पर एक कप्तान के रूप में मेरे लिए ये एक शांती देने वाली सफलता है और मेरे करियर का सबसे खास लम्हा भी है.'

Posted By: Subhesh Sharma