पुलिस चालान के खिलाफ आटो यूनियन के प्रधान ने खुद को लगाई आग

दारोगा पर लगाया अवैध वसूली और आटो चालक की पिटाई करने का आरोप

घायल आटो चालक को दिल्ली किया गया रेफर, दरोगा को किया गया सस्पेंड

Meerut। पुलिस से क्षुब्ध होकर ऑटो यूनियन के प्रधान ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। गंभीर रूप से झुलसे युवक को केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से देर शाम उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। परिजनों ने दारोगा पर जलाने का आरोप लगाते हुए जाम लगा दिया। इसके बाद गुस्साई पब्लिक में दरोगा के साथी पुलिसकर्मी को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की। सूचना पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एसपी सिटी भी पहुंच गए। एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से दरोगा को निलंबित कर दिया है।

क्या है मामला

टीपीनगर थाना क्षेत्र की चंद्रलेखा पार्क कालोनी निवासी अश्वनी लोधी (27) आटो यूनियन का प्रधान है। इसका भाई प्रदीप भी ऑटो चलाता है। रविवार शाम 4 बजे प्रदीप मलियाना पुल के पास खड़ा था। आरोप है कि तभी ईरा मॉल चौकी प्रभारी राजदेव पूनिया आए और अवैध रूप से वसूली करने लगे। इसका प्रदीप ने विरोध किया तो न केवल उसका चालान कर दिया, बल्कि उसकी पिटाई भी की। उसने यह बात भाई अश्वनी को बताई। अश्वनी मौके पर पहुंचा तो उसकी दरोगा से झड़प हो गई। इससे क्षुब्ध होकर अश्वनी ने पास खड़ी बाइक से पेट्रोल निकालकर खुद को आग लगा ली। युवक को जलता देख आसपास के लोग दौड़ पड़े और आग बुझाई। तब तक वह काफी हद तक जल चुका था। उसे केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे देर शाम सफदरगंज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

फरार हो गया दरोगा

हंगामे के दौरान आरोपी दरोगा मौके से फरार हो गया। व्यापारियों और आटो चालकों ने दरोगा के साथी पुलिसकर्मी को दबोच कर उसकी जमकर पिटाई की। उधर मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे पुलिसकर्मी को भीड़ से बचाकर थाने भेजा। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह और सीओ ब्रह्मपुरी चक्त्रपाणि त्रिपाठी कई थानों की फोर्स के साथ हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत करते हुए आरोपी दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।

जिंदा जलाने का आरोप

घायल अश्वनी के परिजनों ने दरोगा पर अश्वनी को जिंदा जलाकर मारने का प्रयास किए जाने का आरोप लगाया। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया की अश्वनी की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के लिए रेफर किया है। इसी के साथ एसएसपी अजय साहनी ने आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर दिया है। उधर, घटना के बाद भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेई भी पीडि़त परिजनों से मिलने पहुंचे।

इस कारण किया चालान

टीपी नगर इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र का कहना है कि डीएल नहीं होने और नो पार्किंग में आटो खड़ा करने को लेकर चालान किया गया था। वाहनों की चेकिंग करने के लिए डीएल और नो पार्किंग की धारा बन रही थी, जिसका पुलिस ने चालान कर दिया। इसके विरोध में खुद को आग लगा ली।

अश्वनी की हालत गंभीर

सीओ ब्रह्मपुरी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि अश्वनी 60 प्रतिशत जलने से घायल हुआ है, जबकि केएमसी के डाक्टरों के मुताबिक 85 प्रतिशत जला है। जिसके चलते अश्वनी को रेफर कर दिया गया।

दारोगा के खिलाफ तहरीर

दारोगा राजदेव पर सस्पेंशन की कार्रवाई तो कर दी गई है साथ ही विभागीय जांच भी बैठा दी है। इसके साथ ही दारोगा के खिलाफ अश्वनी के परिजनों ने तहरीर दी है। अधिकारियों के आदेश का इंतजार है, जिसके बाद दारोगा के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा भी कायम कराया जाएगा।

वाहनों में तोड़फोड़

वारदात के बाद अश्वनी के परिजनों और टेम्पो यूनियन के सदस्यों ने मलियाना फ्लाईओवर के पास जाम लगा दिया और जमकर हंगामा किया। वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए पुलिस से धक्कामुक्की की गई। पुलिस पर वसूली और उत्पीड़न का आरोप लगाया। जो भी वाहन सामने आया उसमें तोड़फोड़ कर दी। परिजनों ने थाने में बवाल कर दिया। घंटों तक सड़क पर जाम लगा रहा, जिसके चलते लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। लोगो के हंगामे को देखते हुए कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा, जिसके चलते पुलिस भी तनाव में आ गई।

अवैध वसूली का खेल

मेरठ पुलिस द्वारा अवैध वसूली का यह मामला पहली बार सामने नहीं आया है। इससे पहले भी कई बाद अवैध वसूली को लेकर पुलिस ने मारपीट की है। लगातार इस तरह की घटनाएं मेरठ में आए दिन सामने आती रहती है। दारोगा और कांस्टेबलों की अवैध वसूली कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गई है। पुलिस की वसूली की कई वीडियो भी वायरल हुई है।

Posted By: Inextlive