- कैंट बोर्ड की नाक के नीचे चल रहा है बड़ा खेल

- हर महीने करीब 12 लाख रुपए का हो रहा है हेरफेर

- कैंट बोर्ड के पास इस बात कोई जवाब नहीं

sharma.saurabh@inext.co.in

Meerut : कैंट बोर्ड में एक नए किस्म का घोटाला सामने आया है। जी हां, ये है टैंपो स्टैंड घोटाला। बोर्ड ने जितने टैंपो की जगह स्टैंड के लिए दी उससे चार गुना टैंपो पार्क हो रहे हैं। ताज्जुब की बात तो ये हैं कि टैंपो से लिया जाने वाले डैमेज चार्ज काफी कम है। बाकी का रुपया कहां जा रहा है? इसके बारे में कुछ पता नहीं। इस बारे में पूछे जाने पर कैंट बोर्ड के अधिकारी चुप्पी साध रहे हैं और कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। ये खेल एक या दो महीने से नहीं, पिछले पांच सालों से चल रहा है। इस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

एमईएस क्8

हम इस बारे में पता कराएंगे। अगर ऐसा कुछ हो रहा है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से जवाब तलब किया जाएगा। कुछ गलत होता है तो कार्रवाई भी की जाएगी।

- डॉ। डीएन यादव, सीईओ, कैंट बोर्ड

फाइनेंशियल कमेटी इस पूरे प्रकरण पर जांच कराएगी और सख्त एक्शन लेगी। वैसे भी कैंट बोर्ड का खजाना पूरा खाली हो चुका है। अगर आय के स्रोतों पर इस तरह के घोटाले होंगे तो कैसे चलेगा?

- जगमोहन शाकाल, प्रेसीडेंट, फाइनेंशियल कमेटी कैंट बोर्ड

रेजिडेंशियल इलाकों में टैंपो चालकों को टैंपो पार्क करने की किसने परमिशन दी? लालकुर्ती में माहौल काफी खराब हो गया है। टैंपो चालकों के आने से छेड़छाड़ की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। इन्हें यहां से हटना चाहिए।

- बीना वाधवा, मेंबर वार्ड-फ्, कैंट बोर्ड

सात स्टैंड पर फ्00 को परमिशन

कैंट बोर्ड के रेवेन्यू डिपार्टमेंट की फाइलों को खंगालने के बाद पता चला कि कैंट इलाके में सात टैंपो स्टैंड हैं। हिल स्ट्रीट पर 90, वीर बाला पथ पर ख्भ्, जीरो माइल पर (तीन स्टैंड का टोटल) क्फ्भ्, स्वाति नर्सिग होम के सामने क्भ्, एमईएस पर ख्0 टैंपो को ही परमीशन है। कैंट बोर्ड हर महीने ख्00 रुपए पर मंथ हर ऑटो से डैमेज चार्ज लेता है। वो भी हर स्टैंड के यूनियन के अध्यक्ष से लिए जाते हैं।

लाखों का घोटाला

अब घोटाला कहां है समझने की कोशिश कीजिए। कैंट बोर्ड के जिन दस्तावेजों में फ्00 ऑटो मुकाबले में करीब क्ख्00 ऑटो चल रहे हैं। करीब 900 ऑटो ज्यादा चल रहे हैं, जिनका कोई डैमेज चार्ज कैंट बोर्ड को नहीं मिल रहा है। जबकि मौके पर हर टैंपो चालक डैमेज देने की बात करता है। फिर आखिर वो रुपया जा कहां रहा है? सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार ख्00 रुपए पर मंथ के हिसाब से क्.80 लाख रुपए का घोटाला सामने आ रहा है। जबकि यूनियन के लोग हर ऑटो से ब्0 रुपए पर डे पर ऑटो वसूल रहे हैं। यानि एक ऑटो चालक हर महीने क्ख्00 रुपए ऑटो स्टैंड के लिए दे रहा है। अगर फ्00 ऑटो की बात करें तो फ्.म्0 लाख रुपए ऑटो चालक यूनियन को दे रहे हैं। बाकी 900 चालकों का हिसाब लगाया जाए तो क्0.80 लाख रुपए एक्सट्रा रुपया किन लोगों की जेब में जा रहा है? ये बताने की जरुरत नहीं।

कोई कार्रवाई नहीं

ताज्जुब की बात तो ये है कि कैंट बोर्ड का ऐसा कोई आलाधिकारी और उच्चाधिकारी नहीं है जो इन रूटों से न गुजरता हो। रेवेन्यू डिपार्टमेंट के अधिकारी और कर्मचारी भी कई बार यहां आते हैं, लेकिन पिछले पांच सालों से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूछने पर सभी ने जुबान पर ताले जड़ लिए हैं। डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि यूनियन के लोगों से बात करेंगे और सर्वे में अधिक टैंपो पाए गए तो जुर्माना लगाएंगे।

किसी टैंपो का नंबर नहीं

जब डिपार्टमेंट के कर्मचारियों से रिकॉर्ड रिकॉर्ड में टैंपो के नंबर मांगे गए तो उन्होंने इस पर कहा टैंपो के कोई नंबर नहीं है। न होने की वजह बताते हुए कहा कि यूनियन का कोई भी आदमी टैंपो का नंबर देने को तैयार नहीं है। कैंट बोर्ड नंबर मांगे और यूनियन वाले नंबर न दें, यह बात कुछ हजम नहीं होती। वास्तव में आज तक कैंट बोर्ड ने आज तक कोई नंबर मांगे ही नहीं गए। न ही कोई सख्ती दिखाई गई।

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रेजिडेंशियल एरिया में घुसे

वार्ड-तीन की मेंबर आजकल टैंपो चालकों से काफी परेशान हैं। उन्होंने बताया कि आजकल टैंपो चालकों ने रेजिडेंशियल एरिया में टैंपो स्टैंड बना लिया है। कई लोग आकर शिकायत कर चुके हैं। लड़कियों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। शाम होते ही बदतमीजी और ज्यादा बढ़ जाती है। कुछ दिन लालकुर्ती से डिप्टी सीईओ ने हटाया भी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

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दिए हैं ख्भ् हजार

वार्ड मेंबर के अनुसार जब भी ऑटो को जबरन हटाने की कोशिश की जाती हैं तो वो साफ कहते हैं कि यहां टैंपो चलाने और खड़ा करने के ख्भ् हजार रुपए दिए हैं। पूछने पर कैंट बोर्ड का नाम ले रहे हैं। सवाल ये है कि अगर कैंट बोर्ड टैंपो चलवाने और खड़ा करवाने के पचास हजार रुपए ले रहा है तो कैंट बोर्ड का खजाना खाली क्यों? आखिर वो किन जेबों में जा रहा है इस बात की जांच होनी काफी जरूरी है।

कहां पर कितनों को परमिशन?

जगह संख्या

हिल स्ट्रीट म्0

वीर बाला पथ 90

जीरो माइल

(तीन जगह) क्फ्भ्

स्वाति नर्सिग होम क्भ्

Posted By: Inextlive