भविष्‍य में टेक्‍नोलॉजी महिलाओं के लिए नौकरियों के दरवाजे खोलेगी। एक सर्वे रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि तकनीक के आगाज से देश में कहीं से भी और कभी भी काम करने के मौके ज्‍यादा मिलेंगे। इससे महिलाओं को ज्‍यादा से ज्‍यादा फायदा मिलेगा।

भारत में रोजगार का भविष्य और दक्षता पर रिपोर्ट
मुंबई (प्रेट्र)। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑटोमेशन से महिलाओं का रूटीन काम खासकर आईटी सेक्टर में प्रभावित होगा। इसके बावजूद उनके लिए भविष्य में रोजगार के ज्यादा और बेहतर मौके मिलेंगे। माइक्रोसॉफ्ट फिलेंथ्रोपीज के सहयोग से क्वेस्ट अलाइंस और टेंडम रिसर्च ने मिलकर भारत में रोजगार का भविष्य और दक्षता पर एक वाइट पेपर जारी किया है। यह वाइट पेपर इस विषय पर उद्योगों, पॉलिसी निर्माताओं और शिक्षा पर उपलब्ध कराए गए सीमित डाटा रिसर्च पर आधारित है। इसमें कहा गया है कि भारत में बैक ऑफिस सपोर्ट, कॉल सेंटर और डाटा ट्रांसक्रिप्शन में काम कर रहीं 59 प्रतिशत महिलाएं कम हुनरमंद हैं।

एजुकेशन और हेल्थकेयर में 35 लाख जॉब हर साल
रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि महिलाओं को नई तकनीक और टूल सीखने और उन्हें काम में उपयोग करने में कल्चरल समस्या भी है। यही वजह है कि वे हुनर के मामले में पीछे रह जाती हैं। हाई ऑटोमेशन के कारण ऐसे लोग प्रभावित होंगे। इसमें आगे कहा गया है कि इन सेवाओं में सब सेक्टर जैसे हॉस्पिटालिटी और खुदरा कारोबार के क्षेत्र में ऑटोमेशन, डिजिटलाइजेशन और डाटा विश्लेषण के कारण तेजी से बदलाव होंगे। एजुकेशन, हेल्थकेयर, टूरिज्म, ट्रांसपोर्ट और स्टोरेज इंटरप्राइजेज में काफी संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में 30 से 35 लाख हर साल नौकरियां मिलेंगी। अभी इन सेक्टरों में 5 से 10 लाख नौकरियां ही एक साल में मिल पाती हैं।

कंस्ट्रक्शन, ट्रैवल और टूरिज्म में मिलेंगे बेशुमार मौके
सरकार का देश भर में पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने में काफी ध्यान दे रही है। ऐसे में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में बेशुमार रोजगार के मौके मिलेंगे। ट्रैवल और टूरिज्म 2025 तक तेजी से बढ़ता हुआ उद्योग के रूप में सामने आएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार की स्किल डेवलप की योजना सेक्टर पर आधारित होने के बावजूद भविष्य में तकनीक के साथ तालमेल बिठाकर रोजगार पाने वाले लोगों को पर्याप्त रूप से तैयार करने में सक्षम नहीं है। नये लोग अगले 5 से 10 साल में डिजिटल इकोनॉमी में प्रवेश करेंगे।

डिजिटल इकोनॉमी में नई चुनौतियां, अनिश्चित भविष्य
नये लोगों को डिजिटल इकोनॉमी के लायक खुद को तैयार करना होगा। अगले 5 से 10 वर्षों में बहुत कुछ बदल जाएगा। काम करने का तरीका अलग होगा। उसी के हिसाब से युवाओं को खुद को तैयार करना होगा। उन्हें जल्दी-जल्दी खुद को अपडेट करने की जरूरत होगी। भविष्य में अनिश्चितता का माहौल होगा। आपके लिए रोजगार के मौके भी होंगे और चुनौतियां दोनों होंगी। इसमें वही बाजी मार पाएगा जो तेजी से खुद को अपडेट कर लेगा।

Posted By: Inextlive