नवरात्रि में मिला ऑटोमोबाइल मार्केट को बल, 4200 गाडि़यां हुई सेल
- पितृपक्ष की वजह से घट गई थी व्हीकल्स की बिक्री
- नवरात्र शुरू होते ही पब्लिक ने दिखाया इंट्रेस्ट GORAKHPUR: मंदी कह लें या फिर पितृपक्ष का असर, इधर गाडि़यों की सेल में भारी गिरावट देखने को मिली। जहां पहले गोरखपुर में एक दिन में करीब ख्भ्0 से फ्00 गाडि़यां आरटीओ में रजिस्टर्ड होती रही हैं। वहंीं सितंबर माह में एक दिन में रजिस्ट्रेशन की संख्या घटकर क्00-क्भ्0 हो गई थी। लेकिन नवरात्रि आते ही एक बार फिर फोर व्हीलर और टू व्हीलर की सेल बढ़ी है। जिससे ऑटोमोबाइल कंपनियों ने भी राहत की सांस ली है। टू व्हीलर की अधिक सेलफोर व्हीलर और टू व्हीलर की बिक्री जो कि सितंबर माह में काफी कम हुई थी, उसने सितंबर माह के ही आखिर में नवरात्रि आते ही रफ्तार पकड़ ली है। नवरात्रि की शुरूआत होते ही पहले दिन से डेली ब्भ्0-भ्00 गाडि़यों का रजिस्ट्रेशन आरटीओ में शुरू हो गया। इस हिसाब से केवल 9 दिन में आरटीओ में करीब ब्ख् सौ गाडि़यां रजिस्टर्ड की गई हैं। सूत्रों की मानें तो इसमें 7भ् प्रतिशत टू व्हीलर वाहनों की बिक्री हुई है और ख्भ् प्रतिशत फोर व्हीलर की सेल हुई है।
हर साल बढ़ रहे एक लाख टू व्हीलरटू व्हीलर की अगर बात करें तो हर साल इनकी संख्या शहर में करीब एक लाख बढ़ रही है। बीते तीन साल की बात करें तो ख्0क्7 में म्7फ्88ब्, ख्0क्8 में 7भ्क्फ्म्7 और ख्0क्9 में जाकर टू व्हीलर की संख्या 8भ्8म्8फ् लाख हो गई। ये आंकड़े इस बात को सिद्ध कर रहे हैं कि हर साल एक लाख से अधिक टू व्हीलर की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसी तरह फोर व्हीलर की अगर बात करें तो ख्0क्7 में क्9क्ब्फ्, ख्0क्8 में ख्ब्ब्0म् और क्0क्9 में फ्क्म्0ब् हजार संख्या हो गई। इस हिसाब से हर साल फोर व्हीलर की बिक्री में आंकड़ों के अनुसार छह से सात सौ की बढ़त हुई है।
तीन साल में बिक्री का आंकड़ा साल टू व्हीलर्स फोर व्हीलर्स ख्0क्7 म्7फ्88ब् क्9क्ब्फ् ख्0क्8 7भ्क्फ्म्7 ख्ब्ब्0म् ख्0क्9 8भ्8म्8फ् फ्क्म्0ब् ख्0क्9 में भारी वाहनों की संख्या जीप -ख्क्9फ्म् ओमनी बस - क्00 ट्रैक्टर्स -ख्म्म्भ्म् ट्रेलर्स - ख्09 अदर व्हीकल्स - फ्7फ् इस समय हल्के-भारी वाहनों की कुल संख्या 98म्97ख् बॉक्स सर्वर डाउन, रेंगती रही पब्लिककाफी दिनों से आरटीओ में एक चीज कॉमन देखी जा रही है कि आए दिन यहां सर्वर डाउन की प्रॉब्लम आ रही है। इससे पब्लिक को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले की तुलना में आरटीओ में पब्लिक की संख्या कई गुनी बढ़ी है। इस पर सर्वर डाउन होने से कतार और लंबी हो जा रही है। तीन दिन के अवकाश के बाद बुधवार को आरटीओ खुला तो लोग अपना-अपना काम लेकर अलग-अलग काउंटर पर खड़े हो गए। सर्वर डाउन होने की जानकारी होने पर कई लोगों ने लाइन में लगकर घंटों इंतजार किया। वहीं कुछ लोग अपना जरूरी काम निपटाने निकल गए।
वर्जन नवरात्रि में गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन में बढ़ोतरी देखने को मिली है। बीएसएनएल का सर्वर बार-बार डाउन हो जा रहा है। इसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। - श्याम लाल, आरटीओ प्रशासन