- ट्रैफिक नियमों को उल्लंघन में खूब हो रही फजीहत

- पब्लिक ट्रांसपोर्टर की मनमानी से राह चलते मुसीबत

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

परिवहन विभाग की तरफ से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना बढ़ाए जाने के बाद से हाय-तौबा मची है। शहर में दिनभर पुलिस अभियान चलाकर लोगों का चालान काट रही है तो दूसरी ओर सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों के जरिए बढ़े हुए जुर्माना पर बहस छिड़ी है। चालान की कार्रवाई में उलझी पुलिस उन समस्याओं को भूल गई है, जिनसे अलग तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। राह चलते सवारियां चढ़ाने-उतारने के चक्कर में पब्लिक ट्रांसपोर्टर लोगों को दिनभर परेशान कर रहे हैं। इस पर ट्रैफिक पुलिस बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है।

एसपी ट्रैफिक ने बताया कि चौराहों से 50 मीटर की दूरी पर सवारी भरने की छूट दी गई है। लेकिन राह चलते अचानक गाड़ी रोककर सवारी भरना गलत है। इससे जाम लगने के साथ-साथ एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है।

बीच सड़क भरते सवारी, लगता जाम

शहर के भीतर टेंपो, बस और जीप सहित अन्य प्राइवेट व्हीकल ड्राइवर की मनमानी खूब चलती है। विभिन्न चौराहों पर सवारी भरने के अलावा टेंपो और बस वाले रास्ते में सवारी भरने लगते हैं। राह चलते सवारी देखकर ड्राइवर तत्काल ब्रेक ले लेते हैं। वह इस बात की बिल्कुल परवाह नहीं करते कि पीछे आने वाले वाहनों पर क्या असर पड़ेगा। इससे अक्सर छोटी-मोटी टक्कर होती रहती है। जबकि, अचानक ब्रेक लेकर सवारी भरने और उतारने से जाम लग जाता है।

खतरनाक अंदाज में चलते टेंपो, लोग होते हलकान

शहर में टेंपो की तादाद बेतहाशा बढ़ती जा रही है। ऐसे में करीब-करीब हर रूट पर बड़ी संख्या में टेंपो का संचालन होता है। टेंपो की हालत यह है कि सवारी भरकर फर्राटे निकले टेंपो जहां-तहां खड़े हो जाते हैं। बिना इंडिकेटर जलाए ड्राइवर की मर्जी के अनुसार रूक जाते हैं। सड़क पर सवारी दिखते ही वह सारे कायदे भूलकर ब्रेक लगा देते हैं। मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट, गोरखनाथ और मेडिकल रूट पर दाहिनी साइड में चल रहे टेंपो अचानक से सवारी देखकर बाएं साइड में आ जाते हैं। इस वजह से एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है।

आरटीओ में रजिस्टर्ड व्हीकल

टेंपो 46,000

जीप 18493अ

ओमिनी बस 93

ट्रांसपोर्ट व्हीकल 34751

कार 22614

क्या होती है दिक्कत

टेंपो वाले अचानक राह चलते सवारी देखकर ब्रेक ले लेते हैं।

सवारी बैठाने के चक्कर में वह बीच रास्ते में वाहन रोक देते हैं।

रोडवेज और प्राइवेट बस के ड्राइवर बीच सड़क में सवारी उतारने लगते हैं।

अचानक वाहनों के रुकने से पीछे चल रहे लोग दुर्घटना से बाल-बाल बचते हैं।

बीच सड़क में सवारी-चढ़ाने उतारने के चक्कर में जाम लग जाता है।

इमरजेंसी में घर से निकले लोगों को काफी प्रॉब्लम झेलनी पड़ जाती है।

क्या है इसका समाधान

टेंपो और बस के बीच सड़क में सवारी चढ़ाने-उतारने पर पूरी तरह से रोक लगे।

वाहनों में सवारी भरने के लिए जगह-जगह स्टापेज बनाकर सुविधा बनाई जाए।

चौराहों से 50 मीटर की दूरी पर टेंपो और अन्य वाहनों को खड़ा करने पर सख्ती हो।

सवारी भरने के लिए बीच सड़क पर वाहन रोकने वालों का चालान काटकर जुर्माना वसूला जाए।

रोडवेज, प्राइवेट बस और टेंपो ड्राइवर का समय-समय पर कैंप लगाकर उनको प्रशिक्षित किया कराएं।

वर्जन

गलत तरीके से सवारी भरने, खतरनाक ढंग से वाहनों को चलाने और खड़ा करने के मामले में कार्रवाई की जाती है। जल्द अभियान चलाकर ऐसे लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive