RANCHI: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मतदाता जितने अधिक शिक्षित होंगे, लोकतंत्र उतना ही मजबूत होगा। वोट के प्रति वोटर्स की जागरुकता ही सशक्त लोकतंत्र की आधारशिला है। राज्यपाल शनिवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर रांची यूनिवर्सिटी के आर्यभट्ट सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने पिछले वर्ष लोकसभा व विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पदाधिकारियों, कर्मियों को बधाई भी दी। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने मतदाता जागरुकता को लेकर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। कहा कि सुगम वोट के तहत दिव्यांगों को बूथों पर सुविधाएं दिए जाने से उनका वोट प्रतिशत 66 फीसद से बढ़कर 88-90 फीसद हो गया। रिम्स निदेशक डॉ। डीके सिंह ने चुनाव में धन-बल के प्रयोग पर चिंता जताई।

इन्हें मिला सम्मान

राज्यपाल ने इस अवसर पर चुनाव में उत्कृष्ट कार्य के लिए तीन जिलों के डीसी, एक जिले के एसपी सहित कई पदाधिकारियों व कर्मियों को सम्मानित किया। इनमें बोकारो के डीसी मुकेश कुमार, रांची के डीसी राय महिमापत रे, हजारीबाग के डीसी भुवनेश प्रताप सिंह, खूंटी के एसपी आशुतोष शेखर, चतरा के निर्वाची पदाधिकारी राजीव कुमार, छतरपुर के निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी नरेंद्र गुप्ता, मनोहरपुर के निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी प्रदीप प्रसाद, धनबाद के उपनिर्वाचन पदाधिकारी मृत्युंजय पांडेय, मंत्रिमंडल निर्वाचन विभाग के पदाधिकारी शबीर अहमद, कुमार विशाल, देवदास दत्ता, सर्वेश कुमार, एसएन जमील, चिरंजीत चक्रवर्ती, धीरज कुमार, उमाशंकर सिंह आदि शामिल हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर कई वरिष्ठ वोटर्स, दिव्यांग वोटर्स को भी सम्मानित किया। साथ ही, नए वोटर्स को फोटो पहचान पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को वोट करने की शपथ भी दिलाई गई।

अप्रैल-मई में निकाय, अक्टूबर-नवंबर में पंचायत चुनाव

कार्यक्रम में उपस्थित राज्य निर्वाचन आयुक्त एनएन पांडेय ने कहा कि अप्रैल-मई में निकाय चुनाव तथा अक्टूबर-नवंबर में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद में आयोजित निर्वाचन आयुक्तों के सम्मेलन में झारखंड में दिव्यांगों के वोट प्रतिशत 80 फीसद से ऊपर होने की सराहना की गई।

मजबूत लोकतंत्र के लिए निर्वाचन साक्षरता थीम

दसवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस का थीम 'मजबूत लोकतंत्र हेतु निर्वाचन साक्षरता' था। बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को हुई थी। इस तिथि के आधार पर वर्ष 2011 से यह दिवस मनाया जा रहा है।

Posted By: Inextlive