-विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

ALLAHABAD: मां का दूध बच्चे के लिए अमृत है और स्तनपान उसका पहला अधिकार। इससे शिशु जहां गंभीर बीमारियों से बचते हैं, वहीं माताओं में स्तन कैंसर की संभावना कम हो जाती है। यह जानकारी दूर-दराज तक पहुंचाई जानी चाहिए। यह बातें एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने एसएन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में विश्व स्तन पान दिवस के मौके पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही। इस मौके पर माताओं को स्तनपान के तरीकों और फायदों पर जानकारी दी गई।

बंद नहीं होता स्तनपान

प्रवक्ता डॉ। अनन्ता जायसवाल ने बताया कि 90 फीसदी असामान्य परिस्थितियों में भी स्तनपान बंद नहीं करवाया जाता। स्तनपान कब और कैसे करवाएं इसके बारे में डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी है। बहुत कम मामलों में स्तनपान बंद करवाया जाता है। सहायक आचार्य डॉ। मनीषा मौर्या ने बताया कि जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान करवाना जरूरी होता है। छह माह के बाद बच्चे को पूरक आहार देने के साथ स्तनपान जारी रखना चाहिए।

माताएं ले सकती हैं सलाह

हॉस्पिटल के एचओडी डॉ। डीके सिंह ने कहा कि माताएं किसी भी कार्य दिवस में आकर स्तनपान से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ। सुरभि चंद्रा ने किया। इस दौरान कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ। शिव प्रकाश, गायनी विभाग की एचओडी डॉ। अमृता चौरसिया, प्रोफेसर रुचि राय, डॉ। धनेष अग्रहरि, डॉ। जेके सिंह, डॉ। अनुभा श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive