बीते दो माह से सुरक्षा और सौहार्द का ब्लूप्रिंट तैयार कर रही थी

सभी संप्रदाय के धर्मगुरूओं के साथ पुलिस अधिकारियों ने की थी बैठक

ड्रोन से निगरानी और शरारती तत्वों पर भी रखी जा रही थी नजर

Meerut। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शहर में शांति और सौहार्द की मिसाल देखने को मिली। हालांकि, शहर की सड़कों पर ज्यादा चहल पहल नहीं थी, लेकिन शहर के माहौल न बिगड़े इसलिए हर कोई मोहब्बत का पैगाम दे रहा था। इसके इतर लॉ एंड ऑर्डर कायम करने के लिए पुलिस प्रशासन की प्लानिंग भी काफी मुफीद साबित हुई। दरअसल, अयोध्या के फैसले के मद्देनजर बीते दो माह से पुलिस प्रशासन फुल प्रूफ प्लानिंग कर रहा था। पुलिस की इस एक्सरसाइज का असर शनिवार को देखने को मिला।

शांति समिति की बैठक

शहर में माहौल खराब न हो और शांति व्यवस्था कायम रहे, इसलिए पुलिस के अधिकारी बीते दो माह से शांति समिति की बैठक कर रहे थे। इसके अलावा इंटेलीजेंस का अलर्ट, फ्लैग मार्च और ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। पुलिस का अलर्ट और संवेदनशील स्थानों पर निगरानी का असर शनिवार को देखने को मिला। पुलिस की अलर्टनेस के कारण शहर में शांति व्यवस्था कायम रही।

सीएम योगी नजर

सीएम योगी आदित्यनाथ भी शहर के मूवमेंट की जानकारी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए ले रहे थे। शांति व्यवस्था के साथ-साथ सभी जिलों में क्या स्थिति है इसकी भी मॉनिटरिंग की जा रही थी।

दिया सख्त संदेश

दरअसल, फ्लैग मार्च और बैठकों के जरिए पुलिस प्रशासन ने शरारती तत्वों को कड़ा संदेश दिया था। दो महीने पहले से ही एडीजी प्रशांत कुमार, आईजी रेंज आलोक सिंह और एसएसपी अजय साहनी ने एसपी, सीओ और इंस्पेक्टरों के साथ मीटिंग शुरू कर दी थी। पुलिस प्रशासन की एक्साइज से शहर में शांति व्यवस्था कायम रही।

रख रहे हैं नजर

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि हमने सभी धर्म गुरुओं, सभी वर्ग के लोगों के साथ मीटिंग की थी। ड्रोन से भी निगरानी रखी थी। सोशल मीडिया की गतिविधि पर भी टीम तैनात है। शरारती तत्वों की हर हरकतों पर नजर रखी जा रही है।

Posted By: Inextlive