आज सुबह 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाए जाने वाले अयोध्या के फैसले की पृष्ठभूमि में उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रही है। यूपी के डीजीपी ने कहा है कि अगर जरूरी हुआ तो आपत्तिजनक पोस्ट और ऑनलाइन अफवाह फैलाने वालों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जा सकती है।

लखनऊ (एजेंसी/ब्यूरो)।

 

सोशल मीडिया की निगरानी के लिए लखनऊ में आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र अयोध्या के फैसले पर मीडिया, सोशल मीडिया और अन्य स्रोतों की रिपोर्ट पर नजर रखने के लिए एक आपातकालीन संचालन केंद्र स्थापित किया गया है।

केंद्र को '112 मुख्यालय' पर स्थापित किया गया है, जिसका नाम आपातकालीन संपर्क टेलीफोन नंबर के नाम पर रखा गया है।

एडीजी यूपी-112 असीम अरुण ने बताया कि 'इस केंद्र में सीआरपीएफ, आरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और जीआरपी के प्रतिनिधि भी मौजूद हैं और यह 24 घंटे काम करेगा।' मीडिया, सोशल मीडिया की रिपोर्टों और अन्य स्रोतों से मिली जानकारी की निगरानी के लिए ज़ोन-वार डेस्क बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह के साथ केंद्र का दौरा भी किया।


उन्होंने कहा, 'हमने पिछले डेढ़ महीने से उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं और शांति समिति की बैठकें हुई हैं। हमने विश्वास बहाली के उपाय किए हैं और धार्मिक नेताओं से बात की है और लगभग 10,000 बैठकें हुई हैं।'
'यूपी पुलिस की परिचालन रणनीति के अनुसार, स्थिति की निगरानी के लिए सभी जिलों में मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी संयुक्त गश्त करेंगे। उन्होंने कहा कि स्थिति पर नजर रखने के लिए लखनऊ में इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (EOC) की स्थापना की गई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश की स्थिति का जायजा लेने के लिए खुद ही डायल 100 के दफ्तर में पहुंच गए।

Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath holds security meeting at the State Control Room. #AyodhyaVerdict pic.twitter.com/e0xzp0SnCi

— ANI (@ANI) November 9, 2019 

Posted By: Vandana Sharma