RANCHI: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दूसरे दिन भी तनाव की आशंका को देखते हुए रांची पुलिस मुस्तैद रही। शहर के सभी धार्मिक स्थलों, संवेदशील और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पुलिस निगहबानी कर रही है। ऐसी जगहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बन तैनात हैं। पुलिस के वरीय अधिकारी भी लगातार जायजा लेते रहे। डीएसपी स्तर के अधिकारी गश्त भी लगाते रहे। रविवार की सुबह चार बजे से छह बजे तक स्पेशल चेकिंग ड्राइव और स्थिति का अपडेट भी कंट्रोल रूम से लिया गया। एसएसपी अनीश गुप्ता के निर्देश पर सभी थानेदार और पुलिसकर्मियों ने शनिवार की पूरी रात और रविवार के पूरे दिन मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था संभाला। शहर में भीड़ या जुलूस न निकले, इसके लिए पूरे शहर में प्रभावी किए गए धारा 144 का असर भी देखने को निकला। जश्न मनाने के लिए किसी भी संगठन को पुलिस ने सामने नहीं आने दिया। पुलिस की कड़ी निगरानी के बीच कहीं आतिशबाजी भी नहीं हुई। एसएसपी अनीश गुप्ता ने शांति बरकरार रहने के बावजूद सभी की खबर लेते रहे।

नहीं हटाए गए हैं फोर्स

जिले भर में संवेदनशील मानी जा रही जगहों से पुलिस ने फोर्स नहीं हटाया है। रांची के शहरी और ग्रामीण इलाकों में तैनात किए गए अतिरिक्त पुलिस बल दूसरे दिन भी तैनात रहे। दो जैप की कंपनियां, दो रैफ की कंपनियां, आइआरबी की पांच कंपनियां, झारखंड जगुआर सहित पूरे रांची में पुलिस फोर्स तैनात रही।

कंट्रोल रूम से जारी थी निगरानी

कंपोजिट कंट्रोल रूम (सीसीआर) दूसरे दिन भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहा। सीसीटीवी कैमरे से लेकर पीसीआर, टाइगर, बाइक दस्ता पर निगरानी रखी गई। कैमरे के जरिये हर गतिविधियों पर नजर रखा गया है। कंट्रोल रूम से लगातार पुलिसकर्मियों को मैसेज भी दिए जाते रहे।

सोशल मीडिया पर भी निगरानी

पुलिस ने शहर के सभी सोशल मीडिया पर निगरानी जारी रखा है। शहर के अधिकांश वाट्सएप ग्रुप, ट्विटर एकाउंट, फेसबुक सहित सभी सोशल साइट पर पुलिस नजर रख रही है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किए जाने की स्थिति में पांच साल तक की जेल भेजने की चेतावनी भी दी गई है। हालांकि अबतक किसी प्रकार के आपत्तिजनक पोस्ट के मामले सामने नहीं आए हैं।

Posted By: Inextlive