आयुर्वेद और यूनानी के मरीज भी ले सकेंगे आयुष्मान योजना का लाभ

Meerut। आयुर्वेद और यूनानी दवाइयों से इलाज कराने वाले मरीजों को भी अब आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना का लाभ मिल सकेगा। इसके मद्देनजर आयुष हॉस्पिटल्स को जल्द ही इस योजना हिस्सा बनाया जाएगा। शासन की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिले के सभी आयुष हॉस्पिटल और केंद्रों को चिह्नित कर सूची शासन को भेजी जा रही है। अभी तक इस योजना का लाभ सिर्फ एलोपैथी हॉस्पिटल्स में ही मिल रहा है।

वेलनेस सेंटर बनेंगे

मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ देने के लिए आयुष हॉस्पिटल और केंद्रों पर वेलनेस सेंटर्स बनाए जाएंगे। यहां पर मरीजों को आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी पद्धति से इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इन सेंटर्स पर मरीजों को पंचकर्म पद्धति से जोड़ने की योजना भी तैयार की जा रही है। इसके तहत मरीजों को योग व नेचुरोपैथी के जरिए इलाज की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। शासन के निर्देशों के तहत आयुष पद्धति को बढ़ावा देने और मरीजों को इसका लाभ देने के लिए इस योजना को विस्तार दिया जा रहा है।

गर्भवती महिलाओं को फायदा

आयुष केंद्रों और हॉस्पिटल्स पर बनने वाले वेलनेस सेंटर्स पर गर्भवती महिलाओं और नवजातों के लिए विशेष योजनाएं भी लागू की जाएगी। आयुर्वेद पद्धति के जरिए डिलीवरी में होने वाली कॉम्पलीकेशंस को कम करने के बारे में अवेयरनेस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। वहीं इसके लिए दवाइयां भी दी जाएंगी। इसके अलावा पंचकर्म पद्धति के तहत नवजात की मालिश की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। वहीं नेचुरोपैथी और योग के जरिए यूथ को लाइफ स्टाइल से जुड़ी तमाम जानकारियां प्रदान की जाएगी। वहीं इन सेंटर्स पर इसके लिए विशेष काउंसलिंग भी कराई जाएगी। जिसमें यूथ को फिजिकल और मेंटली चेंजेस के बारे में बताया जाएगा। उन्हें योग से जोड़ने का भी प्रयास किया जाएगा।

आयुष्मान योजना के तहत आयुष हॉस्पिटल्स और केंद्रों को भी जोड़ा जा रहा है। वेलनेस सेंटर्स भी तैयार कराए जाएंगे। योजना के लिए शासन के निर्देश आए हैं।

डॉ। राजकुमार, सीएमओ

Posted By: Inextlive