-फिर से होगा आयुष्मान भारत योजना का सर्वे, घर-घर जाएगी हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम

- योजना के लाभार्थियों की सूची होगी अपडेट, अपात्रों का नाम लिस्ट से होगा बाहर

अगर आप आयुष्मान भारत योजना के हकदार नहीं हैं फिर भी इसका लाभ ले रहे हैं तो ये खबर आपको परेशानी में डाल सकती है। शासन ने ऐसे लोगों को लिस्ट से बाहर करने का फैसला लिया है। सामाजिक आर्थिक जनगणना (सेक सूची-2011) के आधार पर आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों का भौतिक सत्यापन कराते हुये लाभार्थियों की सूची अपडेट की जाएगी। इसके साथ ही ब्लॉक स्तर पर डाटा फीडिंग भी होगी। जिसके बाद फर्जी लाभार्थी योजना से बाहर हो जाएंगे।

हेड ऑफ दी फैमिली का लेंगे नंबर

सेक सूची-2011 के आधार पर आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों का घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम निर्धारित प्रोफार्मा पर वेरिफिकेशन करेगी। सेक सूची के पात्र लाभार्थी परिवारों में जन्मे जहां नये सदस्यों को सत्यापन में सम्मिलित किया जायेगा, वहीं मृतक सदस्यों व योजना के लिए पात्र न होने वाले परिवार के सदस्यों का नाम हटाया जायेगा। परिवार का राशन कार्ड नंबर एवं परिवार के मुखिया का मोबाइल नंबर भी लिया जाएगा।

पोर्टल पर होगा डाटा

भौतिक सत्यापन के बाद तैयार प्रपत्र एवं सूची को शहर क्षेत्र में पार्षद एवं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम-प्रधान, एएनएम, ग्राम विकास अधिकारी एवं क्षेत्रवासियों की उपस्थिति में सार्वजनिक किया जायेगा। जरुरत पड़ने पर उसमे संशोधन किया जायेगा। अन्तिम सूची एवं आयुष्मान भारत योजना का क्षेत्र में अधिकाधिक प्रचार-प्रसार कराया जायेगा। अन्तिम रूप से तैयार प्रपत्रों एवं सूची को निर्धारित डेट तक सम्बन्धित ब्लाक स्तरीय सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध कराया जायेगा ताकि डाटा वैलिडेशन के बाद उसका पोर्टल पर फीडिंग कराया जा सके।

क्यों पड़ी सर्वे की जरुरत

करीब डेढ़ साल पहले जब इस योजना की शुरुआत हुई थी तो इसमें सेक सूची-2011 के आधार पर चयनित लोगों को शामिल किया गया था। योजना के संचालन के बाद इसका लाभ लेने के लिए ऐसे कई लोग चिन्हित किए गए, जिन्हें इसकी जरुरत ही नहीं है। ऐसे एक-दो नहीं कई शिकायतें विभाग के पास पहुंची। इस समस्या को दूर करने के लिए शासन ने सभी लाभार्थियों का पुन: सर्वे कराने का फैसला लिया है।

एक नजर

-1,83,003

कुल गोल्डन कार्ड

-150

कुल हॉस्पिटल

17

सरकारी अस्पताल

133

प्राइवेट अस्पताल

-24,702

कुल इलाज

7,852

सरकारी अस्पताल में इलाज

16,850

प्राइवेट अस्पताल में इलाज

सेक सूची-2011 के आधार पर योजना के लाभार्थी परिवारों का घर-घर जाकर निर्धारित प्रपत्र पर सत्यापन किया जायेगा। जिससे पात्र लोगों की सही जानकारी हो सके।

डॉ। वीबी सिंह, सीएमओ

Posted By: Inextlive