अपने करियर में एक के बाद एक चैलेंजिंग किरदार निभाने वाले आयुष्मान खुराना अपनी अगली मूवी में एक होमोसेक्सुअल शख्स का रोल करने वाले हैं। उनका कहना है कि इससे पहले उन्हें सेम- सेक्स लव के बारे में ज्यादा समझ नहीं थी और उनकी यह मूवी सबको साथ लेकर चलने की बात करती है...

मुंबई (मिड-डे)। क्या आयुष्मान इस साल भी बॉक्स ऑफिस पर उन्हें मिली सक्सेस को जारी रख पाएंगे? यह सवाल हर किसी के मन में है। इस साल की शुरुआत यह एक्टर शुभ मंगल ज्यादा सावधान नाम की सेम-सेक्स लव स्टोरी से करने वाला है। हितेश केवल्या की इस मूवी को करने की वजह इस एक्टर के लिए पर्सनल थी। आयुष्मान ने बताया, 'मैं एक छोटे शहर में पला- बढ़ा हूं। जब मैं बड़ा हुआ तब भी मुझे इस सब्जेक्ट की ज्यादा समझ नहीं थी। बीते कुछ सालों में 'एलजीबीटीक्यू' कम्यूनिटी को लेकर मेरा नजरिया ज्यादा डेवलप हुआ है। धीरे-धीरे मुझे इस कम्यूनिटी से जुड़े स्टिग्मा और स्टीरियोटाइप्स के बारे में पता चला, जो जानकर मुझे बहुत दुख हुआ।'

View this post on Instagram

Bhaagte Bhagate aa rahe hain hum, #ShubhMangalZyadaSaavdhan 👬 - Releasing on 21st FEB 2020 ‬ @cypplOfficial @aanandlrai @TSeries.official @BhushanKumar @hiteshkewalya @gajrajrao @neena_gupta @jitendrak1 @manurishichadha @sunita_rajwar @maanvigagroo @pankhuri313 #NeerajSingh @smzsofficial

A post shared by Ayushmann Khurrana (@ayushmannk) on Nov 14, 2019 at 9:27pm PST


ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना है मैसेज

यह एक्टर अच्छी तरह जानता है कि सिनेमा सोसाइटी के एटिट्यूड में बदलाव ला सकता है। नीना गुप्ता, गजराज राव और जितेंद्र कुमार स्टारर इस कॉमेडी मूवी में आयुष्मान एक समलैंगिक किरदार निभा रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस मूवी के बाद इस मुद्दे पर चर्चा शुरू होगी और जो लोग इस पर गुपचुप तरीके से बात करते हैं वे अपने लिविंग रूम्स में इस पर बात करेंगे। जहां कई लोगों को उनका यह कदम एक जुआ लग सकता है वहीं इस स्टार का कहना है कि यह उनकी तरफ से इंडिविजुएलिटी और सबको साथ लेकर चलने की कोशिश है। वह कहते हैं, 'इस सेंसिटिव इश्यू पर और अवेयरनेस फैलाने के लिए मुझे इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करना ही था। मैं इसके जरिए जितनी भी इंडियन फैमिलीज और पेरेंट्स तक पॉसिबल हो सकेगा, इस मैसेज को ले जाना चाहता हूं।'

'सभी को मिले बराबरी का दर्जा'

वह कहते हैं कि 2018 में समलैंगिकता को क्राइम की लिस्ट से हटाने से यह साबित होता है कि बीते कुछ सालों में हमारी कंट्री कितनी इवॉल्व हुई है। आयुष्मान का मानना है, 'सभी इंसानों को बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए। वे कौन हैं, किससे प्यार करते हैं और उनकी
पसंद क्या है, एक आजाद मुल्क में ऐसे सवाल नहीं खड़े होने चाहिए। आर्टिकल 377 को हटाना लोगों को साथ लेकर चलने की तरफ बढ़ाया गया एक हिस्ट्रॉरिक कदम था।'
sonil.dedhia@mid-day.com

66th National Film Awards 2019 in photos: पुरस्‍कार समारोह में कुछ इस अंदाज में नजर आए सितारे

Posted By: Vandana Sharma