महज सात साल लंबे करियर में आयुष्मान खुराना ने अपने काम के जरिए जितनी वैराइटी दिखाई है उतनी कई बार एक्टर्स अपना करियर खत्म होने तक भी नहीं दिखा पाते हैं। अब यह एक्टर निगेटिव रोल भी करना चाहता है...


मुंबई (मिड-डे)। आयुष्मान खुराना जिस चीज को छू लेते हैं वह सोना बन जाती है या वह ऐसी नजर आने लगती है। जब उनके साथी एक्टर्स फुल-ऑन मसाला मूवीज कर रहे थे तो इस एक्टर ने बधाई हो, ड्रीम गर्ल जैसी स्मॉल-टाउन स्टोरीज को पर्दे पर उतारने का फैसला किया और इसमें सक्सेस भी हासिल की। एक के बाद एक चार हिट मूवीज देने वाले आयुष्मान को जिंदगी से जुड़ी मूवीज को रिवाइव करने का क्रेडिट तो दिया ही जाना चाहिए। हालांकि, इस वर्सेटाइल एक्टर से यह जानकर जरा भी हैरानी नहीं हुई कि वह स्क्रीन पर ग्रे कैरेक्टर निभाने को बेताब हैं।निगेटिव किरदार करने की है इच्छा
आयुष्मान का कहना है, 'ऑडियंस ने अभी तक मेरा डार्क साइड नहीं देखा है। मैं निगेटिव कैरेक्टर प्ले करना चाहूंगा, जैसे जोकर का देसी वर्जन। मुझे यह कैरेक्टर बहुत फैसिनेटिंग लगता है। वह उस साइड को दिखाता है जो हम सबके अंदर होता है पर हम उसे पहचानते नहीं हैं। हमारा ऐसा साइड, जो सोशली अच्छी कही जाने वाली चीजों के मुताबिक नहीं चलता।' आयुष्मान यह भी कहते हैं कि इतनी लेयर वाले कैरेक्टर्स को जबरदस्त राइटिंग की मजबूत फाउंडेशन चाहिए होगी। उनके मुताबिक, 'जोकर का इंडियन वर्जन बनाने के लिए आपको एक ऐसे स्क्रिप्टराइटर और डायरेक्टर की जरूरत होगी जिनका विजन एक जैसा हो।'एक्ट्रेस मानवी ने कोस्टार की तारीफ की, कहा 'आयुष्मान हर एक्टर से उसका बेस्ट निकलवा लेते हैं'जरूर पब्लिश करेंगे अपनी कविताएंइस एक्टर का शेड्यूल बहुत हेक्टिक है जिसकी वजह से उनकी हिंदी कविताओं पर आने वाली बुक कहीं पिछे छूट गई है। इसके बारे में बताते हुए आयुष्मान बोले, 'जब मैंने नेशनल अवॉर्ड जीता था तो मैंने कुछ लिखा था पर मैं प्यार के अलग-अलग पहलुओं, जिंदगी की छोटी-छोटी खुशियों या हमारी कंट्री आज जैसी सिचुएशन का सामना कर रही है, उस पर लिखना पसंद करता हूं। मैं सिर्फ खुद के बारे में लिखने को लेकर ऑब्सेस्ड नहीं हूं पर ज्यादा कविताएं लिखने के लिए मुझे माइंड स्पेस चाहिए और फिर मैं कोई बुक पब्लिश करूंगा। यह मेरी 'बकेट लिस्ट' में है और यह जरूर होगा।'hitlist@mid-day.comएक सीक्रेट मिशन को अंजाम दे रही थीं यामी, 'बाला' में उसी की मदद से बिखेरेंगी जलवा

Posted By: Vandana Sharma