RANCHI : रांची यूनिवर्सिटी सोमवार को एकबार फिर हंगामा जोन बना रहा। इस दफा बारी थी बीएड स्टूडेंट्स की। 2014-15 के बीएड स्टूडेंट्स ने कोर्स की मान्यता को लेकर यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर में जमकर बवाल काटा। इस दौरान कुमार रौशन के नेतृत्व में एनएसयूआई के दर्जनों कार्यकर्ता स्टूडेंट्स के समर्थन में मौजूद थे।

गेट पर जड़ा ताला

यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर में हंगामा घंटों जारी रहा। सोमवार की सुबह दस बजे ही गुस्साए स्टूडेंट्स ने सबसे पहले यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर ताला जड़ दिया। अपनी मांगों के समर्थन व यूनिवर्सिटी के खिलाफ वे जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रो वीसी और रजिस्ट्रार स्टूडेंट्स को समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वे वीसी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। वे वीसी से कोर्स की मान्यता दिलाने के मामले में आश्वासन चाह रहे थे। जब वीसी से मुलाकात नहीं हुई तो स्टूडेंट्स ने दोपहर 12 बजे के करीब एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग में भी ताला लगा दिया। इस तरह करीब तीन घंटे स्टूडेंट्स के हंगामे से यूनिवर्सिटी में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।

फंसे रहे कई अधिकारी

एनएसयूआई और बीएड स्टूडेंट्स के हंगामा और गेट पर ताला जड़ दिए जाने का खामियाजा ऑफिशियल्स को भी भुगतना पड़ा। वे करीब तीन घंटे तक फंसे रहे। दोपहर 3.30 बजे के करीब यूनिवर्सिटी आए वीसी डॉ रमेश पांडेय का भी स्टूडेंट्स ने घेराव किया। ऐसे में गाड़ी से उतरकर उन्हें ऑफिस जाना पड़ा। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट्स को बुलाकर कहा कि वे इस बाबत कॉलेज मैनेजमेंट से बात करेंगे। वीसी ने मंगलवार की बैठक को लेकर भी अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए।

यह है मामला

रांची यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले 20 बीएड कॉलेजों के 2014-15 बैच की मान्यता समाप्त कर दी गई है। यूनिवर्सिटी इसके लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर चुकी है। इसके बाद कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से मान्यता के लिए सीएम से गुहार की गई और सीएम ने यूनिवर्सिटी के वीसी को आदेश दिया कि वे सुप्रीम कोर्ट में मान्यता के लिए अपील करें, लेकिन यूनिवर्सिटी ने कोर्ट में अपील नहीं की। इसके बाद प्राइवेट बीएड कॉलेज एसोसिएशन ने सुप्रीम कोर्ट में मान्यता के लिए अपील की है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट में अपील करने की बात कही है। स्टूडेंट्स को अपना फ्यूचर दांव पर लगा रहा है, जिसके कारण उन्होंने हंगामा किया और वीसी से बात की।

Posted By: Inextlive