- जनता एक्सप्रेस की तरह काशी विश्वनाथ का ब्रेक सिस्टम फेल

- बछरावां में फेल हुआ काशी विश्वनाथ का ब्रेक सिस्टम

- ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर हादसे से बचाया

LUCKNOW: रायबरेली जिले के बछरावां स्टेशन के जिस आउटर पर पिछले साल जनता एक्सप्रेस का बे्रक फेल हुआ था, उसी जगह काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस भी बुधवार को हादसे का शिकार होने से बच गई। ट्रेन होम सिग्नल को भी अपनी पूरी गति से पार कर गई। लेकिन ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को संभाला। इससे इंजन फेल हो गया और बाद में आनन-फानन में दूसरा इंजन लगाकर ट्रेन को रवाना किया गया।

दिल्ली से वाराणसी जा रही थी ट्रेन

रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेन 14258 नई दिल्ली - वाराणसी काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस सोमवार देर रात नई दिल्ली से लखनऊ आ रही थी। ट्रेन के चार हजार हार्सपावर की क्षमता वाले डीजल इंजन में बालामऊ स्टेशन के पास गड़बड़ी आ गई थी। किसी तरह ड्राइवर उसे ठीक कर ट्रेन को लखनऊ तक लाया। यहां से उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल मुख्यालय के ड्राइवर विनोद सिंह को ट्रेन वाराणसी ले जाना था। ट्रेन जब रात 12:44 बजे बछरावां के आउटर सिग्नल पहुंची तो विनोद सिंह ने इंजन के ब्रेक इस्तेमाल करना शुरू किया।

कम लग रहे थे ब्रेक

पता चला कि वैक्यूम रिलीज नहीं हो रहा है और ब्रेक बहुत कम लग रहे है। ऐसे में तेज गति से जा रही काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस देखते ही देखते होम सिग्नल को पार करते हुए बछरावां स्टेशन के प्लेटफार्म तक पहुंच गई। ड्राइवर विनोद सिंह ने तत्परता के साथ इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल कर ट्रेन को रोका। इमरजेंसी ब्रेक के कारण तेज झटके के साथ ट्रेन खड़ी हो गई। इमरजेंसी ब्रेक लगते ही इंजन फेल हो गया। ड्राइवर ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम ने रेलवे के आला अफसरों को इंजन के ब्रेक सिस्टम में आयी गड़बड़ी की जानकारी दी। इससे मंडल मुख्यालय में हड़कंप मच गया।

नीचे आ गिरे यात्री

इमरजेंसी ब्रेक लगते ही ऊपर की सीटों के यात्री नीचे फर्श पर गिर पड़े। रेलवे ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उसके बाद आनन-फानन में दूसरा इंजन लगाकर ट्रेन को रात 2.15 बजे वाराणसी की ओर रवाना किया गया। इंजन की गड़बड़ी का पता लगाने के लिए उसे डीजल शेड लखनऊ भेज दिया गया, जबकि रेल संरक्षा विभाग को इस मामले की जांच सौंपी गई है।

Posted By: Inextlive