- नसीमुद्दीन के आरोपों का जवाब देने पूर्व मंत्री फूल बाबू को किया आगे

- तीसरी बार बसपा ज्वाइन करते ही नसीमुद्दीन पर लगाए तमाम आरोप

- तमाम बेनामी संपत्तियां, महाराष्ट्र और दुबई में होटल बनाने की बात कही

LUCKNOW:

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) में लेन-देन को लेकर शुरू हुई रार तेज होती जा रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती और पार्टी से बर्खास्त किए गये नसीमुद्दीन सिद्दीकी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। मायावती ने नसीमुद्दीन की भरपाई के लिए पार्टी से बाहर किए जा चुके पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां उर्फ 'फूल बाबू' को वापस ले लिया है। फूल बाबू ने इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस करके नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर ताबड़तोड़ कई आरोप जड़ दिए। उन्होंने नसीमुद्दीन को धोखेबाज, अमानत में खयानत करने वाला करार देने के साथ कहा कि लोगों को बेइज्जत करना उनकी हॉबी है। उन्होंने यह भी सुना है कि नसीमुद्दीन के पास तमाम बेनामी संपत्तियों के अलावा महाराष्ट्र और मुंबई में होटल भी हैं।

मायावती से नहीं मिलने देते थे

फूल बाबू ने कहा कि नसीमुद्दीन केवल मुस्लिम ही नहीं, हर वर्ग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को मायावती से मिलने नहीं देते थे। उन्होंने ही मायावती से झूठ बोलकर उन्हें पार्टी से निकलवा दिया। तमाम ऐसे नेता जो पार्टी के लिए अच्छा काम कर रहे थे, वे नसीमुद्दीन का शिकार बनते चले गये। नसीमुद्दीन बताएं कि उन्होंने 34 सालों में कितने मुसलमानों को पार्टी से जोड़ा। उन्होंने दावा किया अब मैं मुस्लिमों को बसपा से जोड़कर दिखाऊंगा। अब कार्यकर्ता सीधे पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिल सकेगा क्योंकि नसीमुद्दीन नाम का दरवाजा खुद मायावती ने तोड़ दिया है। कहा कि मुझे भी पार्टी से निकाला गया था लेकिन मैंने पार्टी सुप्रीमो के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा। जो ऑडियो नसीमुद्दीन जारी कर रहे हैं, उसमें कोई नई बात नही कही गयी है। ऐसी कौन सी पाटर्ी है जो बिना चंदे के चलती हो।

मुझे भी सुरक्षा दें योगी

फूल बाबू ने कहा कि नसीमुद्दीन ने मुख्यमंत्री से सुरक्षा मांगी है तो मुझे भी सुरक्षा मिलनी चाहिए क्योंकि मैं उनके खिलाफ बोल रहा हूं। नसीमुद्दीन को सुरक्षा की जरूरत नहीं है क्योंकि वे प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड लेकर चलते हैं। वे मुरादाबाद में मेरे ऊपर हमला भी करवा चुके हैं। वहीं सतीश मिश्र पर लगे आरोपों पर कहा कि वे प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं। उन्हें पॉलिटिक्स में आने की कोई आवश्यकता नहीं थे, बहनजी के अनुराेध्ा पर वे बसपा का काम देखते हैं।

मेंबरशिप की किताब पर चुप्पी

मायावती की तारीफ के कसीदे पढ़ने के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे मेंबरशिप की किताबों का राज जानना चाहा तो फूल बाबू मुस्करा दिए। पहले कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं जानता। पत्रकारों ने कहा कि आप को खुद को नसीमुद्दीन से सीनियर नेता बता रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मेंबरशिप की किताब बाकी पार्टियों की तरह है। पहली बार जब मैंने मेंबरशिप ली थी तो सिर्फ 25 रुपये दिए थे। अब नई फीस के बारे में उन्हें नहीं पता है।

Posted By: Inextlive