टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन की चीफ बछेन्द्री पाल के साउथ पोल को फतह करने की उम्मीद पर मंदी के बादल छा रहे है.

टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन की चीफ बछेन्द्री पाल के साउथ पोल को फतह करने की उम्मीद पर मंदी के बादल छा रहे है। वुमन इंपावरमेंट और सेव वाटर का मैसेज देने वाले इस जर्नी को फाइनेंसर न मिलने पर कैंसल भी किया जा सकता है। हाल में ही नार्वे में ट्रेनिंग कर वापस लौटी बछेन्द्री पाल को बेसब्री से इस मिशन का इंतजार है, लेकिन यूरो जोन में आए मंदी के कारण वे अपने अभियान को लेकर थोड़ी आशंकित भी दिखती है।

क्या है साउथ पोल जर्नी
साउथ पोल जर्नी के 80 दिनों के इस अभियान में बछेन्द्री के साथ अलग-अलग कंट्री की 8 वूमन  शामिल हैं। अभियान का मेन मोटो वीमेन इंपावरमेंट का मैसेज देने के साथ-साथ सेव वाटर का मैसेज देना है।

हो चुकी है तैयारी
साउथ पोल को पार करने के लिए तैयारी स्टार्ट हो चुकी है। इस अभियान के लिए मेंटली और फिजीकली फिट होना काफी जरूरी है। बछेन्द्री पाल हाल में ही नार्वे में लगे 20 दिनी ट्रेनिंग कैंप में शामिल होकर वापस लौटी है। जहां स्लेज खींचने से लेकर कई तरह की एक्टिविटी कंडक्ट करवाई
गई थी।


कई फाइनेंसर खींच रहे हैं हाथ
अपने साउथ पोल की जर्नी को लेकर बछेन्द्री बताती हैं कि अभी सब कुछ ठीक चल रहा है। हमारी ट्रेनिंग काफी अच्छी रही, लेकिन यूरो जोन में आए मंदी का ट्रीप पर असर पड़ सकता है। टूर के कई मेन फाइनेंसर ने अभी इसके लिए पूरी तरह से हामी नहीं भरी है। इसमें कई वल्र्ड फेमस कंपनियां शामिल हैं। इसके साथ ही हमारे मेन फाइनांसर से बात चल रही है। अगर उस समय तक सब कुछ ठीक हो गया तो हमलोग इस अभियान पर जरूर जाएंगे।

साउथ पोल के मिशन को लेकर काफी एक्साइटेड हूं। वैसे तो तय प्लान के मुताबिक अक्टूबर लास्ट में यह जर्नी स्टार्ट होने वाली है। हालांकि यूरो जोन के मंदी का असर अभियान पर दिख रहा है। वैसे उम्मीद है कि आने वाले समय में सब ठीक हो जाएगा।
बछेन्द्री पाल
साउथ पोल अभियान की मेंबर

Posted By: Inextlive