- मौसम में लगातार हो रहे बदलाव से वीक हो रहा बॉडी का इम्युनिटी सिस्टम

- कमजोरी और थकान से परेशान लोग पहुंचे रहे डॉक्टरों के पास

ALLAHABAD: खानपान और लाइफ स्टाइल बिल्कुल ठीक है फिर भी इस मौसम में लोगों की बॉडी उनका साथ नहीं दे रही है। थकान और कमजोरी के बीच दिन बीत रहा है। घर के साथ-साथ वर्कप्लेस पर भी अपना हंड्रेड परसेंट परफॉर्मेस नहीं दे पा रहे हैं तो टेंशन मत लीजिए। यह आपका नहीं बल्कि मौसम का दोष है। लगातार मौसम में हो रहे बदलाव की वजह से बॉडी का इम्युनिटी सिस्टम वीक हो रहा है, जिससे लोगों को उनकी बॉडी का सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है।

पचास फीसदी को है शिकायत

पिछले कुछ महीनों से मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। कभी गर्मी तो कभी बरसात। इसके अलावा सुबह-शाम ठंड कंटीन्यू बनी हुई है। ऐसे में बॉडी का एडजेस्टमेंट नेचर के साथ नहीं हो पा रहा है और रिजल्ट सामने है। डॉक्टरों के मुताबिक पचास फीसदी लोग कमजोरी और थकान की शिकायत कर रहे हैं। इनमें सभी एजग्रुप के लोग शामिल हैं। काम का ज्यादा दबाव होने पर बॉडी का प्रॉपर सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है।

स्ट्रांग हैं वायरस, संयमित रहना जरूरी

मार्च इंड नजदीक होने के बावजूद टेम्प्रेचर में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। यह लगातार ख्भ् से फ्0 डिग्री के बीच बना हुआ है। जबकि, सुबह-शाम इसमें बहुत अधिक गिरावट हो जाती है। इस कंडीशन में वायरस बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू समेत वायरल फ्लू इसका जीता-जागता एग्जाम्पल है। बॉडी की इम्युनिटी कमजोर हो जाने से आसानी से बीमारियों का हमला हो रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक इस मौसम में संयमित रहना बेहद जरूरी है। खासतौर से खानपान में सतर्कता बरतनी होगी। हाइजीन का ख्याल नहीं रखने पर सेहत का खराब होना लाजिमी है।

एक सप्ताह में मिलेगी राहत

मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले एक सप्ताह के भीतर लोगों को आराम मिल सकता है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान फ्फ् डिग्री के आसपास होगा। टेम्प्रेचर बढ़ने से हॉर्मफुल वायरस का असर कम होने लगेगा और लोगों की सेहत सुधरने के चांसेज बढ़ जाएंगे। एक्सप‌र्ट्स के अनुसार फ्0 डिग्री के ऊपर टेम्प्रेचर होने पर वायरस अपने आप खत्म होने लगते हैं। इस साल में मौसम में अधिक उतार-चढ़ाव होने मरीजों की संख्या में भी खासी बढ़ोतरी हुई है।

- काफी संख्या में लोग वायरल इंफेक्शन, सर्दी-जुकाम और बुखार से परेशान हैं। यही कारण है कि कमजोरी और थकान उन्हें परेशान कर रही है। मौसम में बदलाव से उनका इम्युनिटी सिस्टम वीक हो रहा है।

डॉ। ओपी त्रिपाठी, फिजीशियन

- जब तक दिन और रात के टेम्प्रेचर का अंतर कम नहीं होता, तब तक लोगों को खानपान में संयम बरतना होगा। ताजे फल और सब्जियों का सेवन करना होगा।

डॉ। आशुतोष गुप्ता, चेस्ट फिजीशियन

Posted By: Inextlive