-जीएसटी और लैंड बिल होंगे मार्केट बूस्टर

-बिकवाली के बजाय ट्यूजडे को हुई खरीददारी

-लांग टर्म इनवेस्टर्स मार्केट से लड़ने को हैं तैयार

ALLAHABAD: मंडे को अचानक 1625 अंक के साथ शेयर मार्केट धड़ाम होने के बाद भी इनवेस्टर्स पैनिक नहीं बल्कि इनवेस्टिंग के मूड में हैं। वहीं, आशंकाओं के बावजूद ट्यूजडे को मार्केट नीचे जाने की जगह ऊपर चढ़ गया। दरअसल, रेट गिरने की वजह से शेयर की बिकवाली कम और खरीददारी ज्यादा हुई। वहीं, एक्सप‌र्ट्स भी प्रॉफिट बनाने के लिए मार्केट में बने रहने की सलाह दे रहे हैं। उनका मानना है कि अब इनवेस्टर्स को जीएसटी और लैंड बिल पास होने का इंतजार है। उसके बाद मार्केट में जबर्दस्त बूम आएगा।

रिलायंस, स्टेट बैंक रहे फेवरेट

2008 में आई मार्केट की गिरावट के बाद से ऐसे प्लेयर्स नहीं बचे हैं जो ऐसे उतार-चढ़ाव पर पैनिक मोड में आ जाएं। अब ज्यादातर लांग टर्म इनवेस्टर्स हैं और उन्हें मार्केट के उतार चढ़ाव के बीच खुद को बनाए रखना आता है। तभी तो मंडे को शेयर मार्केट 1625 अंक गिरने के बाद भी ट्यूजडे को शेयर की बिकवाली कम हुई और खरीदारी ज्यादा। इनवेस्टर्स ने मंदी के दौर में कम कीमत में मिलने वाले स्टेट बैंक, रिलायंस, क्रूड ऑयल, बीपीसीएल के साथ ही अन्य अच्छे कंपनियों के शेयर्स में इनवेस्ट किया।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

शेयर मार्केट में एक फैक्ट काफी चर्चित है 'बैड मार्केट इज गुड मार्केट फॉर इनवेस्टर्स'। यानी यदि आप लांग टर्म के लिहाज से शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं तो आपको ठहरना चाहिए। लेकिन, जो लोग 2-4 दिन (शॉर्ट टर्म) के लिए बाजार में हैं उन्हें निश्चित तौर पर निकल लेना चाहिए।

इंडिया बुल्स

सोमवार को आई भारी गिरावट चार प्रतिशत से कम है और तीन प्रतिशत से अधिक है। वैसे यह कोई पहली बार नहीं हुआ है पिछले 12 सालों पर गौर करें तो यह 150वीं बार से अधिक है। चार प्रतिशत से ज्यादा भी यह 125 बार जा चुकी है, ऐसे में कोई कारण नहीं है कि निवेशक इस गिरावट से डर कर बैठ जाए।

एंजल ब्रोकिंग

मार्केट की बड़ी गिरावट

24 अगस्त 2015- 1625 अंक

21 जनवरी 2008- 1,408 अंक

17 मार्च 2008 - 951 अंक

03 मार्च 2008 - 901 अंक

विशेषज्ञ की राय

चीन की मुद्रा में अवमूल्यन और डॉलर के मुकाबले रुपया गिरने से शेयर मार्केट धड़ाम हुआ है। लेकिन अगर ऐसी स्थिति में जीएसटी और लैंड बिल लागू हो जाए तो फिर मार्केट बुश अप हो जाएगा। इनवेस्टर्स को भी इस समय पेशेंस रखते हुए भागने के बजाय अच्छी कंपनियों कम दाम वाले शेयर खरीद लेने चाहिए।

डॉ। एके सिंघल, कॉमर्स डिपार्टमेंट, एयू

कोई भी एक्सपर्ट शेयर मार्केट की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है। क्योंकि विश्व की घटनाएं मार्केट को प्रभावित करती हैं। 1600 अंक बड़ी गिरावट हैं। लेकिन इनवेस्टर्स घबराएं नहीं, अच्छी कंपनियों का शेयर खरीदकर वेट करें। जीएसटी और लैंड बिल ही इस बिगड़े हुए मार्केट को सुधारने की सही दवा है।

प्रो। पीके घोष, इकोनॉमिक्सडिपार्टमेंट, एयू

Posted By: Inextlive