उत्तराखंड में मानसून आने के साथ मुसीबत भी बढ़ने लगी है. मंगलवार को बदरीनाथ-ऋषिकेश मार्ग बंद होने से हजारों यात्री फंसे रहे.

- हाईवे बंद होने से चारधाम यात्रा पर आए यात्रियों को हुई परेशानी, हाईवे पर लगी वाहनों की लंबी कतारें

- नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ में बारिश होने से नदियों का बढ़ा जलस्तर

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DEHRADUN : ट्यूजडे को सुबह हुई भारी बारिश के बाद देवप्रयाग से आगे तोताघाटी में भूस्खलन से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे साढ़े छह घंटे बाधित रहा। मार्ग बंद होने से हजारों यात्री फंसे रहे। कोटद्वार के आसपास रात को हुई भारी बारिश के बाद पनियाली गदेरे का पानी आमपड़ाव व कौडि़या के घरों में घुस गया। पौड़ी जिले में धूमाकोट-भौन मार्ग करीब पांच घंटे बाधित रहा। कुमाऊं मंडल में नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ में बारिश होने से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।

हाईवे पर वाहनों की लगी कतारें
ट्यूजडे सुबह करीब नौ बजे ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे कौडि़याला से तीन किलोमीटर आगे तोताघाटी में ऊपर पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ, जिससे हाईवे बंद हो गया। इस पूरे हाईवे पर ऑल वेदर रोड की कटिंग चल रही हैं। मार्ग बंद होने के कारण आवाजाही ठप हो गई। करीब साढ़े छह घंटे से अधिक मार्ग को खोलने में लग गए। मार्ग बाधित होने से बदरीनाथ, केदारनाथ व हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आए यात्री परेशान रहे। हालांकि, टिहरी प्रशासन ने रूट डायवर्ट कर वाहनों को देवप्रयाग-गजा-नरेंद्रनगर होकर ऋषिकेश भेजा। जबकि, ऋषिकेश से श्रीनगर जाने वाले वाहन भी इसी रूट से आए, लेकिन इसके बाद भी दोनों ओर से वाहनों करीब आठ से दस किलोमीटर लंबी कतरें लगी रहीं। देहरादून एवं आसपास के क्षेत्रों में सुबह पांच साढ़े चार बजे से प्रारंभ हुई भारी बारिश से नदी नालों में उफान आ गया। इस दौरान 53.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आने वाले 24 घंटे में विशेषकर पौड़ी, नैनीताल एवं चंपावत में भारी बारिश हो सकती है।

Posted By: Inextlive