एक के बाद एक हिट नंबर्स देकर म्यूजिक इंडस्ट्री में अपने नाम को एक 'ब्रांड' बना लेने वाले रैपर बादशाह का कहना है कि वह अपने स्टाइल को कभी नहीं बदलेंगे। वह यह भी मानते हैं कि लव सॉन्ग्स उनके बस की बात नहीं हैं...


sonil.dedhia@mid-day.comMUMBAI: जैसा कि बादशाह के ज्यादातर गानों के साथ होता है, उनका लेटेस्ट रिलीज 'पागल' भी सामने आने के बाद से ऑनलाइन छा गया है और इसे काफी 'क्लिक्स' मिल रहे हैं। हालांकि, इस रैपर को चढ़ते नंबर्स से खास फर्क नहीं पड़ता। 'मिड-डे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि क्यों 'यूट्यूब' किसी गाने की सक्सेस नापने का प्लेटफॉर्म नहीं है... 'पागल' ने 'यूट्यूब' पर बहुत अच्छा परफॉर्म किया है। क्याआप इस प्लेटफॉर्म को गाने की सक्सेस तय करने का सही जरिया मानते हैं?


मैं ऐसा नहीं मानता। इसका रिफ्रेंस दिया जा सकता है पर यह जरूरी नहीं है कि किसी गाने को ज्यादा 'व्यूज' मिले हैं तो वह पॉपुलर है या नहीं है। एग्जाम्पल के तौर पर, कबीर सिंह का गाना 'बेख्याली' इस वक्त सबसे पॉपुलर गानों में से एक है पर इसने अभी तक यूट्यूब पर 100 मिलियन व्यूज को पार नहीं किया है। पार्टी सॉन्ग्स विजुअली अपीलिंग होते हैं। रोमांटिक बैले स्ट्रीमिंग साइट्स पर बेहतर साबित होते हैं। क्या ऐसे भी गाने हैं जिन्हें आप नहीं गा सकते?

मैं कितना भी चाहूं पर गुरु (रंधावा) की तरह लव सॉन्ग्स नहीं गा सकता। मैं हमेशा कुछ 'क्विर्की' करना चाहता हूं, ऐसे गाने जिन्हें सुनकर लोग कहें, 'ये सिर्फ बादशाह कर सकता है।' मैं ऐरोगेंट साउंड नहीं करना चाहता पर बादशाह एक ब्रांड बन चुका है।सिंगर बादशाह करने जा रहे एक्टिंग डेब्यू, फिल्म 'खानदानी शफाखाना' में अभिनय करते दिखेंगेरिजेक्शन का डर तो मुझे भी था : बादशाहक्या ब्रांड को बरकरार रखना मुश्किल है?जी हां। लोगों के पास तरह-तरह का म्यूजिक मौजूद है इसलिए आपका अलग होना जरूरी है। फॉर्चूनेटली, इंडिया में आप म्यूजिक से कॉम्प्रोमाइज कर सकते हैं पर लिरिक्स रेलेवेंट होने चाहिए। यही वजह है कि मैं काफी लोकल 'स्लैंग्स' यूज करता हूं। इसके लिए मैं रिसर्च करता हूं, अपने टीनएज कजिन्स से बात करता हूं और उनसे नए- नए वर्ड्स सीखता हूं। 'पागल' की पहली लाइन, 'तेरी मम्मी की जय' भी हमारी ऐसी बातचीत से निकली थी।

Posted By: Vandana Sharma