अकीदत से अता की गई ईद-उल-अजहा की नमाज

एक-दूसरे के गले मिलकर दी मुबारकवाद

ALLAHABAD: कुर्बानी का त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) शनिवार को उल्लास पूर्वक मनाया गया। मुस्लिम भाईयों ने सुबह ईदगाह, जामा मस्जिद समेत शहर की सभी मस्जिदों में नमाज अदा की। इसमें बुजुर्ग से लेकर बच्चे तक शामिल थे। नमाज के बाद मुल्क मे अमन की दुआ की गई। इसके बाद सभी एक-दूसरे से गले मिले और पर्व की मुबारकवाद दी।

कुर्बानी का सिलसिला भी रहा जारी

बकरीद इंसानियत के लिए खुद या खुद की सबसे प्यारी चीज को कुर्बान करने का संदेश देती है। यही कारण है कि बकरीद पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने साल से पालकर रखे गए जानवर की कुर्बानी दी। नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो गया। मुस्लिम धर्मगुरुओं का कहना है कि इंसान को हर समय कुर्बानी देने का जज्बा रखना चाहिये। अल्लाह को खुश करने व इंसानियत की भलाई के लिए कुर्बानी सबसे अहम है। बकरीद को देखते हुये शहर और देहात में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे।

Posted By: Inextlive