- तीन दिन तक चलेगा कुर्बानी का दौर

- मार्केट में देर शाम तक होती रही खरीदारी

- बकरा लेने के लिए लगी रही लोगों की भीड़

GORAKHPUR: ईद-उल-अजहा सोमवार को बड़े ही अदबो-अहतराम के साथ मनाया जाएगा। बकरीद की नमाज के बाद कुर्बानी का सिलसिला शुरू हो जाएगा, जो तीन दिनों तक जारी रहेगा। बकरीद के लिए चांद होने के साथ ही मार्केट में बकरों की खरीदारी का सिलसिला शुरू हो गया। 10 दिनों तक मार्केट्स गुलजार रहीं, जहां बकरों की वेरायटी की भरमार रही। इस दौरान खूबसूरती और वजन के हिसाब से मार्केट में बकरों की लंबी रेंज मौजूद रही। रविवार देर रात तक मार्केट में खरीदारी का सिलसिला जारी रहा, लोग बकरीद की तैयारियों में मशगूल होकर जरूरत का सामान खरीदते नजर आए।

5 से 60 हजार के जानवर मौजूद

उर्दू बाजार जामा मस्जिद, गोरखनाथ, खूनीपूर छोटा जब्ह खाना, पाकीजा होटल के पास कुर्बानी के जानवरों की खरीद-फरोख्त का सिलसिला देर रात तक जारी रहा। इसमें सबसे ज्यादा भीड़ जामा मस्जिद पर रही, जहां शहर के अलावा आस-पास के ताजिर भी अपने बकरों को लेकर इसे बेचने की जद्दोजहद करते नजर आए। मार्केट में 5 हजार से सवा लाख रुपए तक के जानवर मौजूद रहे, जिसमें 60 हजार की कीमत तक के बकरों की लोगों ने खरीदारी की। जानकारों की मानें तो पिछले साल करीब 85 हजार कुर्बानी के जानवरों की बिक्री हुई थी, इस बार यह आंकड़ा और भी ऊपर जाने की उम्मीद है।

हर साल बढ़ जा रहे हैं दाम

इलाहीबाग के रहने वाले मोहम्मद एजाज ने बताया कि पिछले दो-तीन साल से बकरे के दामों में साल दर साल इजाफा हो रहा है। इसमें मेन रीजन मीडिएटर्स का इनवॉल्वमेंट है। इससे बकरों के रेट डायरेक्ट डबल हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे जानने वाले पिछले दो-तीन साल से बाहर से ही बकरे लेने जाते हैं, वहां रेट भी जेनविन मिलता है और बकरे भी अच्छे मिल जाते हैं। बाहर से बकरा लाने में एक फायदा यह भी है कि फ्रेंड्स और रिलेटिव्स के साथ बकरा लाने में किराया कई लोगों में डिस्ट्रिब्यूट हो जाता है, जिससे किसी पर बोझ नहीं पड़ता। वहीं अच्छे बकरे न मिलने की कंडीशन में आखिरी दिन मार्केट से इसकी खरीदारी करनी पड़ती है।

बॉक्स

बनारसी किमामी की जबरदस्त डिमांड

बकरीद के मौके पर भी ईद की तरह सेवईयों की धूम मची हुई है। मोटी, बारीक, लच्छेदार के साथ ही और भी कई वेराइटी की सेवइयां मार्केट में अवेलबल है। अलग-अलग क्वालिटी की बात करें तो इस वक्त सिटी के मार्केट में 10 तरह की सेवइयां मौजूद हैं। इनमें सबसे ज्यादा डिमांड में बनारसी किमामी सेवई है जोकि हाथों-हाथ बिक जा रही है। इसके अलावा दूध के साथ खाई जाने वाली सेवई की भी जबदस्त डिमांड है। शॉप ओनर मोहम्मद बादशाह ने बताया कि शरबती, किमामी, लच्छेदार, दूध वाली, फेनी, भुनी किमामी, भुनी शर्बती, देशी घी की फेनी, बनारसी लच्छा और बनारसी किमामी सेवई मार्केट में मौजूद है।

यहां सजता है बाजार

जामा मस्जिद उर्दू बाजार

शाहमारूफ

खूनीपुर जबहखाना

रेती रोड

मदीना मस्जिद

तुर्कमानपुर

चक्सा हुसैन

खुनीपूर

अस्करगंज

ऊंचवा

जाफरा बाजार

रसूलपूर

इलाहीबाग

गोरखनाथ

दीवान बाजार

गाजीरौजा

ईद-उल-अजहा की नमाज का वक्त

8.00 बजे - ईदगाह हजरत मुबारक खां शहीद नार्मल, जामा मस्जिद रसूलपुर, ईदगाह इमामबाड़ा स्टेट मियां बाजार

8.30 - जामा मस्जिद उर्दू बाजार, जामा मस्जिद अबु बाजार ऊंचवा, ईदगाह फतेहपुर मेडिकल कॉलेज, ईदगाह पुलिस लाइन सिविल लाइन, ईदगाह सेहरा बाले का मैदान बहरामपुर

9 बजे - ईदगाह बेनीगंज

Posted By: Inextlive