- राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के निर्देश पर महिला थाना की तर्ज पर करेगा कार्य

- बालमित्र थाने में सादी वर्दी में तैनात रहेंगे पुलिसकर्मी

- एक महिला एसआई के अलावा 4 महिला और पुरुष पुलिसकर्मी होगा तैनात

Meerut । किन्हीं वजहों से अपराध की दुनिया में पहुंचे बालकों और किशोरों की बेहतर काउंसलिंग व ट्रीटमेंट के लिए अब महिला थानों की तर्ज पर जिले में बालमित्र थाना बनेगा। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के मुताबिक राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के निर्देश पर देशभर में बाल मित्र थानों की स्थापना हो रही है। मेरठ में जल्द ही बाल मित्र थाने की स्थापना होगी।

देशभर में हो रही शुरूआत

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निर्देश पर बालमित्र थाना बनाने की शुरुआत देशभर में हो रही है। थाने में अपराध कर बैठे नाबालिगों को कानूनी, मनोवैज्ञानिक और चिकित्सीय सुविधाएं मिलेंगी।

मिलेगा फ्रेंडली माहौल

बाल मित्र थाना में बच्चों को सादी वर्दी में पुलिसकर्मी मिलेंगे। 1 महिला एसआई के अलावा 4 महिला और पुरुष पुलिसकर्मी थाने में तैनात होंगे। एसएसपी राजेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि बाल मित्र थाना में बच्चों को कोई समस्या न हो। इसलिए महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तर प्रदेश ने बाल मित्र थाना पर ही सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।

ये होंगे शामिल

बाल मित्र थाना से विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, (जेजे) जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट, सीडब्ल्यूसी मजिस्ट्रेट, डीपीओ, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड लाइन, आशा च्योति केन्द्र, पुलिस और सामाजिक संस्थाएं भी मिलकर एक साथ काम करेंगी।

यह होंगी खूबियां

-चाइल्ड फ्रेंडली माहौल होगा।

-पुलिस अफसर सादी वर्दी में तैनात रहेंगे।

-ऑन कॉल उपलब्ध होंगे काउंसलर

-स्वस्थ मनोरंजन की व्यवस्था होगी, जिससे बच्चा सहज महसूस कर सके।

-बाल मित्र थाने के अलावा प्रत्येक थाना पर बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड का नाम नंबर अंकित होगा।

Posted By: Inextlive