बलरामपुर हॉस्पिटल में छह माह से बच्चों की दवाईयों की कमी
- छह माह से बच्चों की दवाओं की बनी है कमी
- कॉरपोरेशन से नहीं मिल रहीं दवाएं, मरीज परेशान LUCKNOW(10 Jan): राजधानी के सरकारी अस्पतालों में कई माह से चल रही दवाओं की कमी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बलरामपुर हॉस्पिटल में तो बच्चों के लिए खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों की दवाएं भी नहीं हैं। बलरामपुर हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि यूपी मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन से मांग के बाद भी दवाओं की आपूर्ति नहीं की जा रही है। छह माह से नहीं हैं दवाएंबलरामपुर हॉस्पिटल में डेली ओपीडी में 300 से अधिक बच्चे दिखाने आते हैं। इनमें से बहुत से सर्दी, जुकाम, खांसी आदि की समस्या से पीडि़त होते हैं। सर्दी के इस मौसम में तो इन बीमारियों के शिकार बच्चों की संख्या 70 फीसद तक हो गई है। डॉक्टर ऐसे मरीजों को सिफेग्जिम, मेट्रोजिल सिरप, आयरन ड्रॉप, कैल्शियम सिरप, कफ सिरप आदि दवाएं लिख रहे हैं। जबकि ये दवाएं अस्पताल में हैं ही नहीं। पिछले छह माह से इन दवाओं की कमी बनी हुई है। तीमारदार जब दवा काउंटर पर दवा लेने जाते हैं तो उन्हें इनकी जानकारी होती है।
बाक्स दे रहे दूसरी दवाएंबलरामपुर हॉस्पिटल में बीमार बच्चों को देखने के बाद डॉक्टर जो दवाएं लिखकर दे रहे हैं, वे उपलब्ध न होने से उनकी जगह मरीजों को दूसरी दवाएं दी जा रही हैं। जो ज्यादा असरकारक नहीं हैं। कफ सिरप की जगह सीपीएम दी जा रही है। इस पर हॉस्पिटल प्रशासन का कहना है कि मजबूरी में वे मरीजों को दूसरी दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
पिब्लक कोट डॉक्टर की लिखी दवा काउंटर पर लेने गये तो बताया गया कि यह दवा नहीं है। पूछने पर पता चला कि ऊपर से ही ये दवाएं अस्पताल में नहीं भेजी जा रही हैं। सुमन दीक्षित छोटे भाई को सर्दी की प्राब्लम हुई है। उसे यहां दिखाने आया हूं। पर्चे पर जो दवा लिखी गई हैं, उनमें से एक-दो नहीं मिली हैं। बताया गया है कि ये दवाएं हैं नहीं। नेहा बोले अधिकारी दवाओं की कमी के बारे में कई बार यूपी मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन को लिख चुके हैं। उम्मीद है कि जल्द ही कॉरपोरेशन से दवाएं मिल जाएंगी। डॉ। एसएम त्रिपाठी, प्रवक्ता, बलरामपुर हॉस्पिटल हॉस्पिटल से डिमांड के अनुसार दवाई दी जाती हैं। डिमांड ज्यादा की गई है इसलिए रिवाइज लिस्ट मांगी है। जल्द ही सभी दवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। श्रुति सिंह, निदेशक यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन