क्रिकेट से बैन होने पर पृथ्वी शॉ को लगता था ऐसा, युवा बल्लेबाज ने याद किया वो पल
नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत के युवा ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को पिछले साल डोप टेस्ट में फेल होने के चलते क्रिकेट से आठ महीने के लिए बैन कर दिया गया था। उस पल को याद करते हुए शा कहते हैं, वह उनके लिए किसी टार्चर से कम नहीं था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 30 जुलाई को शॉ पर आठ महीने का बैन लगाया था। शॉ पर यह कार्रवाई डोप टेस्ट में फेल होने पर की गई थी। दरअसल शॉ पर यह बैन इसलिए लगा था क्योंकि उन्होंने प्रतिबंधित दवा का सेवन किया, जो एक कफ सीरप में था। शॉ ने गलती से उसका सेवन कर लिया था।
डॉक्टर के बिना नहीं लेते दवाउस पल को याद करते हुए शॉ कहते हैं, 'आप क्या खा रहे, क्या पी रहे, इसको लेकर हमेशा सतर्क रहना चाहिए। यहां तक कि आप अगर साधारण पैरासीटामॉल दवा लेते हैं तो भी सचेत रहना होता है। यह हमारे सभी युवा क्रिकेटरों के लिए एक सीख है।' अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में शॉ ने आगे कहा, 'इस केस से उन्होंने एक सीख ली कि वह जब भी कोई दवा लेंगे, उसे डॉक्टर से लिखवाकर ही लेंगे। बैन से होने से बेहतर है कि आप डॉक्टर से बात कर लें, क्योंकि एक गलती आपको मुसबीत में डाल देती है।' बता दें शॉ न्यूजीलैंड दौरे पर गई भारतीय वनडे और टेस्ट टीम का हिस्सा थे जिसमें विराट सेना को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ था।
शॉ ने रचा था इतिहासकीवी दौरे पर शॉ कुछ खास कमाल नहीं कर पाए मगर एक कारना जरूर उन्होंने अपने नाम कर लिया था। भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट भारतीय सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के लिए लकी साबित रहा। शॉ इस टेस्ट में बड़ी पारी तो नहीं खेल पाए मगर उन्होंने अर्धशतक जड़कर एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। शॉ का कीवी जमीं पर यह पहला टेस्ट अर्धशतक था। इसी के साथ वह न्यूजीलैंड में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट अर्धशतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए थे।